हमारे भारत देश में गणेश चतुर्थी की बड़े जोरों शोरों के साथ तैयारी चल रही है। बड़े ही धूमधाम के साथ हमारे यहां भगवान गणेश जी का यह त्यौहार बनाया जाता है। आपको बताते हैं इस दिन भगवान गणेश जी की प्रतिमा को लोग अपने घर में लेकर आते हैं, और जब तक गणपति बप्पा घर में रहते हैं उनकी पूरा परिवार सेवा भी करता है। इस वर्ष गणपति उत्सव 23 अगस्त को मनाया जा रहा है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से वास्तु शास्त्र के मुताबिक भगवान गणेश जी की किस प्रकार पूजा करने से आपको शुभ लाभ प्राप्त होने लगते हैं इस बारे में जानकारी देंगे।
1. इस तरह की हो मुर्ति, चढ़ाएं ये चीजें
वास्तु शास्त्र के मुताबिक भगवान गणेश की पूजा को शुभ बनाने के लिए हमें हमेशा ही गणेश जी की मूर्ति को हल्दी से सजाना चाहिए या फिर मूर्ति के आसपास हल्दी रखनी चाहिए। इसके अलावा गणपति जी की प्रतिमा को आप पीले रंग के वस्त्रों से भी सजा कर शुभ फल पा सकते हैं। साथ ही आपकी जानकारी के लिए बता दे भगवान गणेश की मूर्ति रखने का सबसे शुभ स्थान गाय के गोबर से लिपी जगह होता है। इससे अशुभ होने वाले प्रभाव बेहद कम हो जाते हैं।
वास्तु के अनुसार, क्रिस्टल से बनी गणपति जी की प्रतिमा भी घर में ला सकते हैं इससे घर में मौजूद वास्तु दोष खत्म होने लगता है। इसके अलावा यदि आप धन की देवी महालक्ष्मी की भी क्रिस्टल से बनी मूर्ति घर में रखते हैं, तो इससे घर में सौभाग्य और धन में वृद्धि होने लगती है।
2. भूले से भी ना चढ़ाएं ये चीजें
वास्तु शास्त्र की मानें तो कहा जाता है कि कभी भी भगवान गणेश की प्रतिमा को तुलसी दल नहीं चढ़ाना चाहिए। माना जाता है कि गणपति जी की पूजा में तुलसी तुलसी से बनी किसी भी वस्तु का इस्तेमाल इनकी पूजा में करना वर्जित होता है।
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