भारत और इंग्लैंड महिलाओं के बीच हो रहे एकदिवसीय मैच में भारतीय महिलाओं ने इंग्लैंड को सात विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की श्रृंखला की बढ़त ले ली।
झूलन गोस्वामी की गेंदबाज़ी से शुरू होते हुए स्मृति मंधाना, यास्तिका भाटिया और कप्तान हरमनप्रीत कौर की कमाल की पारी की मदद से भारत की बेटियों ने अपने पहले वनडे में इंग्लैंड को 7 विकेट से हरा दिया। होव में खेले गए इस मैच में इंग्लैंड ने 228 रनों का लक्ष्य भारत को दिया था। जिसको भारतीय टीम ने 44.2 ओवर में केवल 3 विकेट के नुकसान पर 232 रन बनाकर जीत लिया।
स्टार बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना ने इस मैच में 10 चौके और एक छक्के की मदद से 99 गेंदों पर 91 रनों की शानदार पारी खेली। उनकी इसी पारी की बदौलत तीन मैचों की सीरीज़ में भारतीय टीम 1-0 से आगे हो गई है। ऐसे में आइए जानें महज़ 9 साल की उम्र में टीम में सेलेक्शन से लेकर इंडियन वीमेन क्रिकेट टीम की स्टार बनने तक, भारतीय महिला टीम की ओपनर स्मृति मंधाना के बारे में।
- उनके घर में हमेशा से ही क्रिकेट का माहौल रहा है। स्मृति मंधाना के पिता और भाई दोनों की कमाल के क्रिकेटर रह चुके हैं।
- स्मृति मंधाना ने अपना पहला मैच 9 साल की उम्र में महाराष्ट्र अंडर-15 टीम के लिए खेला था। 11 साल की उम्र में वह अंडर-19 टीम का हिस्सा बन गईं।
- 17 साल की उम्र में उन्होंने ODI में और 18 की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था।
- क्रिकेट का जुनून उनमें इतना था कि उन्होंने टी-20 विश्व कप के कारण 12वीं बोर्ड और कॉलेज एडमिशन का मौक़ा छोड़ दिया था।
- स्मृति के पसंदीदा क्रिकेटर कुमार संगकारा हैं और वह अक्सर उनके खेलने के अंदाज़ को फॉलो करती हैं। स्मृति को उनके शानदार खेल के लिए अर्जुन पुरस्कार से नवाज़ा जा चुका है।
- स्मृति सबसे तेज़ 2000 वनडे रन पूरे करने वाली भारतीय महिला हैं। वह शिखर धवन के बाद शानदार प्रदर्शन करने वाली दूसरी भारतीय क्रिकेटर हैं।
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