आप में से बहुत से लोगों ने बरमूडा ट्रायंगल (Bermuda Triangle) के बारे में कभी ना कभी तो सुना ही होगा। कहा जाता है कि उसके क्षेत्रफल में आने वाला जहाज या फिर विमान उस जगह से गायब हो जाते हैं। पिछले लम्बे समय से चली आ रही इस मिस्ट्री को आस्ट्रेलिया के एक वैज्ञानिक ने सुलझाने का दावा किया है। समुद्र में लगभग 70000 वर्ग किलोमीटर तक बरमूडा ट्रायंगल फैला हुआ है। इसके एरिया में आना वाला कोई भी वाहन चाहे वो विमान हो या बड़े से बड़ा समुद्री जहाज गायब हो जाते हैं।
अब तक बरमूडा ट्रायंगल को लेकर कई घटनाएं सामने आई है और आज तक उनका किस वजह से क्या हुआ इसकी जानकारी किसी को भी प्राप्त नहीं हैं। बरमूडा ट्रायंगल उत्तरी अटलांटिक महासागर में स्थित है जो ब्रिटेन का एक प्रवासी क्षेत्र है। यह जगह अमेरिका के पूर्वी तट पर फ्लोरिड से सिर्फ 1770 किलोमीटर और हैलिफैक्स, नोवा स्कोटिया, कनाडा के दक्षिण में 1350 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
बरमूडा मिस्ट्री को लेकर ऑस्ट्रेलिया के एक वैज्ञानिक ने दावा करते हुए कहा है कि उन्होंने बरमूडा ट्रायंगल में हो रही इस तरह की घटनाओं के तह तक पहुंचने में कामयाब हो गए हैं। कार्ल क्रुजेलनिकिक नामक वैज्ञानिक का कहना है कि इस ट्रायंगल की चपेट में आने पर कई विमान और जहाज गायब हो गए लेकिन वो कहां गए कहां नहीं इसका सबूत आज तक नहीं है।
क्रुजेलनिकिक ने दावा करते हुए कहा है कि बरमूडा ट्राएंगल के पिछे कोई बड़ा रहस्य नहीं है। उन्होंने कहा कि इस घटना में गायब होने वाले विमानों या जहाजों का Alians या अटलांटिस शहर से किसी तरह का कोई नाता नहीं है और जो भी वाहन गायब हुए उनका कोई निशान भी नहीं है।
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Mirror UK में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, आस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक कार्ल क्रुजेलनिकिक ने बरमूडा ट्रायंगल मिस्ट्री के पिछे इंसानों द्वारा हुई गलतियां और खराब मौसम को वजह बताया है।
उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र भूमध्य रेखा के करीब है और अमेरिका के नजदीक भी है जिससे प्रदुषण एकत्रित होता है। इसके अलावा और कोई रहस्य बरमूडा के पिछे नहीं है।
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