बागेश्वर धाम की महिमा, बागेश्वर धाम में घर बैठे अर्जी कैसे लगाएं (Bageshwar Dham me arji kaise lagaye), बागेश्वर धाम में टोकन कब मिलेगा 2022
आज हम आपको बागेश्वर धाम की पूरी जानकारी, महिमा और घर बैठे अर्जी लगाने के तरीके की विस्तार से जानकारी देने वाले है क्योंकि बागेश्वर धाम के लिए ऐसा कहा जाता है कि टोकन लेने के बावजूद भी वहां पर सभी लोगों की अर्जी नहीं लग पाती।
क्योंकि बागेश्वर धाम की महिमा ही ऐसी है कि वहां हजारों की संख्या में लोग अपनी मनोकामनाओं को लेकर पहुंचते और इतनी भीड़ की अर्जी लगाना पूरी तरह से असंभव हो जाता है। इसीलिए अगर आप भी घर पर बैठे-बैठे ही अपनी अर्जी लगाना चाहते है। तो आज आपको हम इसका तरीका बताने वाले है। तो हमारे साथ अंत तक बने रहे।
Bageshwar Dham पूरी जानकारी
बागेश्वर धाम भूत भवन महादेव गढ़ा में स्थित है। बागेश्वर धाम को लेकर लोगों का यह मानना है कि यह चंदेल कालीन सिद्ध पीठ है। जिसका साल 1986 में वहां के रहने वाले गांव वालों के द्वारा जीर्णोद्धार कराया गया था।
इसके बाद यहां साल 1987 में अखड़ा चित्रकूट से दीक्षा प्राप्त कर बाबा सेतुलाल महाराज उर्फ भगवानदास महाराज निर्मोही बागेश्वर धाम पहुंचे थे। बाबा सेतुलाल महाराज उर्फ भगवानदास महाराज निर्मोही ग्राम गढ़ा के रहने वाले थे।
फिर यहां पर साल 1989 में एक विशाल यज्ञ आयोजन किया गया और इसके बाद ही बागेश्वर धाम हर तरफ प्रसिद्ध हो गया। इसके बाद से अब बागेश्वर धाम का संचालन महाराज धीरेंद्र कृष्ण कर रहे है। बता दें कि आज बागेश्वर धाम के साथ लाखों भक्तों की आस्था और विश्वास जुड़ा हुआ है और बागेश्वर धाम को बहुत ही पवित्र स्थान भी माना जाता है।
जिसके दर्शन के लिए लोग मीलों का सफर तय करके पहुंचते है। बागेश्वर धाम में भगवान हनुमान जी का ही एक स्वरूप है जिसे श्री बागेश्वर बालाजी महाराज कहा जाता है। बागेश्वर धाम को खास इसलिए भी माना जाता है।
क्योंकि रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के बाद भी यह दरबार पूरी तरह से निशुल्क है और यहां भोजन भी मुफ्त में प्राप्त हो जाता है। इसके अलावा यहां पर बागेश्वर धाम की संस्था के द्वारा गरीब कन्याओं का विवाह भी मुफ्त में कराया जाता है।
बागेश्वर धाम की महिमा | Bageshwar Dham ki mahima
अगर बात करें कि आखिर बागेश्वर धाम की महिमा क्या है तो बागेश्वर धाम एक ऐसा धाम है जहां पर सभी दीन-दुखियों का दुख दूर हो जाता है। इसीलिए आज यहां पर देश के कोने कोने से लोग पहुंचते है और अपनी अर्जी लगाते है।
ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति यहां पर अर्जी लगाता है उस पर हनुमान जी की कृपा बरसती है और उनकी सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है। इसके अलावा महाराज धीरेंद्र कृष्ण जो बागेश्वर धाम को चलाते है।
उनका ऐसा कहना है कि उनके पास ऐसी दिव्य शक्तियां है जो कि उन्हें पहले ही बता देती है कि आखिर भक्त के मन में क्या चल रहा है या फिर उसके रोग का इलाज कैसे किया जाना है।
बागेश्वर धाम की भभूती की महिमा ?
हमें विश्वास है कि आप बागेश्वर धाम की पूरी जानकारी और महिमा को जान चुके होंगे तो आइए अब यहां कि भभूती की महिमा बताते है। दरअसल यहां पर प्रसाद के रूप में भभूति या भस्म दी जाती है। जो कि महाराज धीरेंद्र कृष्ण के दादा गुरुजी के समय वितरीत की जा रही है।
इस भभूति को लेकर ऐसा कहा जाता है कि इस भभूति को जो अपने घर में लेकर आता है अथवा किसी भी प्रकार के रोगी को इसका सेवन या शरीर पर लगाता है तो उसके सभी रोग और कष्ट दूर हो जाते है।
बागेश्वर धाम में घर बैठे अर्जी कैसे लगाएं / Bageshwar Dham me arji kaise lagaye
बागेश्वर धाम का संचालन करने वाले महाराज धीरेंद्र कृष्ण कहते है कि अगर कोई भक्त यहां पर ना आ सकता हो या फिर बागेश्वर धाम आने के बाद भी उसकी अर्जी नहीं लग पाई हो तो वह अपने घर से ही बागेश्वर धाम में अर्जी लगा सकते है।
बागेश्वर धाम में घर बैठे अर्जी कैसे के लिए उन्हें करना यह है कि किसी भी मंगलवार के दिन सबसे पहले एक लाल रंग का कपड़ा लें और अपनी अर्जी बोलते हुए उस नारियल को लाल कपड़े में बांध देना है। इसके बाद बागेश्वर धाम सरकार का ध्यान करते हुए ॐ बागेश्वराय नम: कि एक माला का जाप करना है। ऐसा करने से बागेश्वर धाम में अर्जी लग जाती है।
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के बाद इन चीजों का करें त्याग ?
आप अगर घर बैठे अर्जी लगा रहे है तो आपको अर्जी लगाने के बाद लहसुन,प्याज,मांस व मदिरा अपने घर मे लाना व खुद खाना वर्जित कर देना है और अर्जी लगाए गए नारियल को अपने घर में किसी स्वच्छ स्थान पर बांध देना है।
आखिर कैसे पता लगाएं कि घर पर लगी अर्जी स्वीकार हुई या फिर नहीं ?
अब आता है सबसे बड़ा सवाल जो है कि आखिर इस बात का कैसे पता लगाएं कि जो अर्जी आपने घर पर लगाई है वो स्वीकार हुई भी या फिर नहीं तो इसके लिए महाराज जी कहते है कि अगर आपकी अर्जी स्वीकार हुई होगी।
तो आपके घर के किसी भी व्यक्ति के सपनों में बंदर आने लगेंगे और यही संकेत होगा कि आपकी अर्जी स्वीकार हो चुकी है। अगर बंदर दिखाई ना दें तो समझ लीजिये की अभी अर्जी स्वीकार नहीं हुई है। इसके बाद फिर से इस कार्य को मंगलवार के दिन दोहराएं। दो से तीन बार प्रयास करने से आप पर हनुमान जी की कृपा जरूर होगी।
अगर आपकी अर्जी लग जाए तो आपको एक चीज का विशेष ध्यान रखना होगा और वह यह है कि जो भी अर्जी बांधे वो चार दिन तक ब्रह्मचर्य का पालन करें चाहे वो ग्रहस्थ जीवन में भी क्यू न हों और लगातार ॐ बागेश्वराय नम: मंत्र का जाप करता रहे।
बागेश्वर धाम में घर बैठे अर्जी कैसे लगाएं
बागेश्वर धाम में टोकन 12 महीने पहले 6 अक्टूबर 2021 को बांटी गयी थी लेकिन वहां पर भक्तो की संख्या ज्यादा हो जाती इसलिए तब से टोकन नहीं बांटे गए है और ऐसा सुनने में आ रहा है अगले दो महीने तक टोकन को बांटा नहीं जायेगा । पहले टोकन के बाद ही अर्जी लगाई जाती थी लेकिन अब टोकन बितरित नहीं किये जा रहे है तो आप सीधे महाराज जी के दरबार में जा सकते है ।
बागेश्वर धाम को लेकर अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल ?
बागेश्वर धाम में पेशी का तरीका ?
आप महीने में एक बार, 2 महीने में एक बार, 5 महीने में, 6 महीने में एक बार, साल भर में एक बार, धाम पर जाकर पेशी कर सकते हैं। कृपा पाने के लिए आपको 11 पेशी या 21 पेशी का संकल्प लेना होता है।
बागेश्वर धाम का टोकन कैसे मिलता है ?
अगर आप भी बागेश्वर धाम के टोकन की जानकारी को जानना चाहते है तो आप बागेश्वर धाम के ऑफिशियल नंबर 8800330912 पर फोन करके टोकन के वितरण और अर्जी की तारीख का पता कर सकते है।
बागेश्वर धाम कहां है ?
बागेश्वर धाम मंदिर मध्य प्रदेश राज्य के छत्तरपुर जिले में स्थित है।
बागेश्वर धाम दिल्ली से कितना दूर पड़ता है ?
अगर दिल्ली से बागेश्वर धाम की दूरी की बात करें तो यह दिल्ली से 470, रानीखेत से 110, हरिद्वार से 447 और कौसानी से 40 किलोमीटर पड़ता है।
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