कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों काफी परेशानियों में घिरे नजर आ रहे हैं और अपनी संसद सदस्यता को लेकर कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं, इसी के बीच राहुल गांधी ने बीते सोमवार यानी 3 अप्रैल को सूरत कोर्ट में अपनी याचिका दर्ज की।
इस दौरान राहुल गांधी ने दो याचिका दर्ज की है पहली तो उनके दोषसिद्धि को लेकर है और दूसरी याचिका उन्होंने अपनी सदस्यता समाप्त होने को लेकर दर्ज की है। इस दौरान कोर्ट ने उन्हें जमानत देते हुए अब इस मामले पर 13 अप्रैल को सुनवाई का फैसला लिया है। तो आइए अब आपको बताते हैं कि इस दौरान राहुल गांधी ने क्या कुछ कहा है।
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि एक सांसद होते हुए निचली अदालत के द्वारा उनके साथ सख्ती बरती गई है, जो कि उनके दर्जे का अपमान है, उन्होंने कहा कि मोदी समाज या रिकॉर्ड किए गए समुदाय के अपमान करने जैसा कुछ नहीं है और उन पर ये कार्यवाही होना पूर्ण रूप से गलत है।
ये भी पढ़े कल होगी संसद कार्यालय में सांसदों की बैठक, सभी को काले कपड़ों में आने के दिए गए हैं निर्देश, जानिए क्या है पूरा मामला…
राहुल गांधी ने आगे कहा कि जब आप विपक्ष के रूप में होते हैं तो कई ऐसी बातें निकल जाती है जो कि गलत होती है लेकिन गलत भावना से नहीं बोली जाती। इसलिए उन बातों पर विचार करना चाहिए ना कि उन्हें गलत लेकर कार्यवाही करनी चाहिए।
मैं विपक्ष की सही भूमिका निभा रहा हूँ
राहुल गांधी ने अपनी याचिका में आगे बात करते हुए कहा कि सच्चा विपक्ष वही होता है जो कि सरकार के गलत कदमों का विरोध करें, ऐसा पहले भी होता आया है लेकिन किसी ने भी पहले ऐसा नहीं किया जो कि मेरे साथ हो रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि मेरे ऊपर की जा रही कार्यवाही पूर्ण रूप से गलत है क्योंकि मैं एक सच्चे विपक्ष की भूमिका निभा रहा हूँ और एक सच्चा विपक्ष वही होता है जो कि गलत को उजागर करें और यह एक सच्चे और स्वस्थ लोकतंत्र के लिए काफी जरूरी भी है।