हमारे देश में केवल पॉलिटिशियन, एक्टर और देश का नाम रौशन करने वाले खिलाड़ी ही नहीं हैं। यहां कई और लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने देश के लिए कई बड़े काम किए हैं। हम यहां देश को आज़ाद करवाने में अपनी जान गवा देने वाले स्वतंत्रता सेनानी की बात नहीं कर रहे, ना ही हम उन वीर जवानों की बात कर रहे हैं जिनका देश की सरहद पर खून बहा है। हम आपको बता रहे हैं उन लोगों के बारे में जो हमारे और आपकी तरह एक आम ज़िन्दगी जीते हैं। अपना पेट पालने के लिए मेहनत करते हैं, लेकिन उन्होंने वॉटर बॉडीज को साफ करने से लेकर कचरा रिसाइकिल करने तक स्वच्छता अभियान का साथ दे रहे हैं।
सीसी कनन: दिहाड़ी पर काम करने वाले CC Kanan ने अपने पिछले 25 साल स्कूलों और सड़कों के किनारे सैकड़ों पेड़ लगाने में गुज़ार दिए।
निमल राघवन: कावेरी डेल्टा क्षेत्र में 118 वॉटर बॉडीज को नई ज़िन्दगी देने के लिए टेक्निकल एक्सपर्ट निमल राघवन ने अपनी दुबई की नौकरी छोड़ दी।
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राहुल महाराणा: सिक्योरिटी गार्ड राहुल महाराणा ने ओडिशा के अस्तारंगा बीच और मैंग्रोव बेल्ट को अकेले साफ करके 1 टन कचरा हटाया।
मणिकंदनः 5 तालाब, 4 झीलें, 3 नहरें, कोयम्बटूर के मणिकंदन ने गंदे और बदबूदार वॉटर बॉडीज से गंदगी निकालने और उन्हें पुनर्जीवित करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
मोनिशा नारकेः मुंबई की मोनिशा नारके कार्टन से स्कूल डेस्क बनाती हैं और हर साल 750 टन कचरा रिसाइकिल करती हैं।
विकास अब्राहम: इंजीनियर विकास अब्राहम ने 1 लाख से अधिक किसानों को पराली जलाने की बजाय हर साल इसमें 7000 मीट्रिक टन की कटौती करने में मदद की।
नदीम शहजाद, मोहम्मद सऊदः दिल्ली के दो भाई, नदीम शहजाद और मोहम्मद सऊद ने मिलकर अपने मेकशिफ्ट बेसमेंट क्लिनिक में 23000 घायल पक्षियों को बचाया।
फरसा राम बिश्नोईः सुनने या बोलने में असमर्थ, फरसा राम बिश्नोई ने सालों तक घायल जंगली जानवरों को खाना खिलाने, आश्रय और फर्स्ट एड की सेवा दी।