क्या है चक्रवात एमफोन?
चक्रवाती तूफान एमफोन बंगाल और उड़ीसा की तरफ बढ़ रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक अभी यह 230 – 250 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है जो बंगाल के तटीय इलाकों तक पहुंचते-पहुंचते 300 किमी तक की रफ्तार पकड़ लेगा. इस बार इस चक्रवाती तूफ़ान का नाम थाईलैंड ने रखा है!
कैसे बनते हैं चक्रवात?
गर्म क्षेत्र के समुद्र में गर्मी से हवा गर्म होकर वायु दाब को कम देती है ज़िससे हवा गर्म होकर तेजी से ऊपर आती है और ऊपर की नमी से मिलकर बादल बना देती है. इस कारण से बने खाली स्थान को भरने के लिए नम हवा तेजी से नीचे जाकर ऊपर आती है. जब हवा बहुत तेजी से उस क्षेत्र के चारों तरफ घूमती है तो घने बादलों और बिजली के साथ मूसलाधार बारिश करती है. तेज घूमती इस हवा का क्षेत्र कई हजार किलो मीटर तक हो सकता है!
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कहाँ से आते हैं चक्रवात?
भारत में चक्रवाती तूफान बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठते हैं. लेकिन पिछली करीब 1 सदी में आये सभी चक्रवाती तूफानों में से 80% बंगाल की खाड़ी में से उठे हैं वहीं अरब सागर के चक्रवाती तूफ़ान बंगाल की खाड़ी के तूफानों से कमजोर होते हैं और जान माल को नुकसान भी कम पहुँचाते हैं!
कैसे होता है नामकरण?
विश्व मौसम संगठन और संयुक्त राष्ट्र की प्रशांत एशियाई क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक आयोग की चरणबद्ध प्रक्रिया के तहत चक्रवात का नाम रखा जाता है. आठ उत्तरी भारतीय समुद्री देश (बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, और थाईलैंड) एक साथ मिलकर आने वाले चक्रवाती तूफ़ान का नाम तय करते हैं. जब चक्रवात इन आठों देशों के किसी हिस्से में पहुंचता है तो सूची से अगला दूसरा सुलभ नाम रख दिया जाता है. इन आठ देशों की ओर से सुझाए गए नामों के पहले अक्षर के अनुसार उनका क्रम तय किया जाता है और उसके हिसाब से ही चक्रवाती तूफान के नाम रखे जाते हैं. साल 2004 में चक्रवाती तूफान के नामकरण की यह प्रकिया शुरू की गई है.
कैसी है सरकार की तैयारी?
ग्रहमंत्री श्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ मिलकर तटवर्ती क्षेत्रों को खाली करने का फैसला किया है! ज़िसमे करीब 42 लाख लोगो को सुरक्षित इलाकों में राहत शिविरों में भेजा गया है!
सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र
समुद्र तट के समीप भारत के राज्य जैसे ओडिशा, गुजरात, आंध्र प्रदेश ,पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा चक्रवाती तूफानों से ज्यादा प्रभावित होते हैं!