सरकार ने हाल ही में अग्निपथ’ योजना की घोषणा की है. इस योजना का मुख्य लक्ष्य तीनों सेनाओं में युवाओं को भर्ती करना है. अग्निपथ योजना के तहत चयनित युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। इस योजना के तहत सशस्त्र बल में इस वर्ष 46,000 अग्निवीर की भर्ती किया जाएगा. इस अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को 4 साल की अवधि के लिए भर्ती किया जाएगा.
अग्निपथ योजना क्या है?
अग्निपथ योजना के तहत उम्मीदवारों को चार साल की अवधि के लिए अग्निवीर के रूप में चुना जाएगा। भर्ती किये गए जवानों में से 75% जवानों को इनकी सेवाओं से मुक्त किया जाएगा. वहीं केवल 25 फीसदी को ही अगले 15 वर्षों के लिए नौकरी पर रखा जाएगा. जिस पर अभी कोई सप्षटता नहीं दी है.
इस स्कीम के तहत 17.5 से 21 वर्ष की आयु के पुरुषों और महिलाओं की भर्ती किया जाएगा. अन्य शैक्षणिक योग्यता व फिजिकल स्टैंडर्ड भारतीय वायु सेना द्वारा जारी किए जाने है।
पहले साल मेंअग्निवीर को 30 हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा. इसके अलावा, पहले वर्ष में अग्निवीरों का कुल पैकेज – 4.76 लाख रुपये होगा. इसके साथ ईपीएफ / पीपीएफ का लाभ भी मिलेगा. चौथे वर्ष तक वेतन बढ़कर 40 हजार रुपये और ईपीएफ/पीपीएफ भी मिलेगा, जिससे सालाना पैकेज 6.92 लाख रुपये हो जाएगा।
अग्निपथ योजना के खिलाप देशभर में विरोध प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। कहीं बसे फूकी जा रही है तो कहीं रेलवे ट्रैक पर जाम लगाया जा रहा है। जिस पर विपक्ष के नेता अपनी राजनिती चमका रहें है। आज कांग्रेस ने जंतर मंतर पर अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन रखा है जिसे नाम दिया है- सत्याग्रह। इस सत्याग्रह का हिस्सा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी है। आपको बता दें कि इस सत्याग्रह में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए हैं। अब अग्निपथ योजना पर प्रियंका गांधी ने बयान दिया है। प्रियंका गांधी ने कहा है कि आजकल सरकार केवल उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। केवल कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो युवाओं का दर्द समझती हैं। किसानो ने इसलिए आंदोलन किया क्योंकि उन्हें समझ में आ गया था कि उनकी मेहनत का फल किसी और को मिलेगा।
वहीं, अब युवा वर्ग अग्निपथ स्कीम को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। क्योकि उन्हें ये स्कीम नहीं चाहिए। प्रियंका गांधी नें आगे कहा कि हरिवंश राय जी की कविता “अग्निपथ” का नाम अग्निपथ स्कीम को दिया गया है।
अग्निपथ योजना को लेकर राज्य में तीन दिनों से बवाल चल रहा था। बिहार में इस पर सबसे ज्यादा बवाल हुआ है। इसके बाद हरियाणा, तेलंगाना, बंगाल, तमिलनाडु आदि 17 राज्यों में विरोध प्रर्दशन चल रहा है।
आज कि रिपोर्ट की मानें तो आज का दिन शांतिपूर्वक रहा। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, राज्य में बवाल व हिंसा सामने नहीं आई है। पुलिस ने शांति बनाने के लिए पांच और जिलों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है।वही 15 जिलों में पहले से लगी रोक को अगले 24 घंटे तक बढ़ा दिया है। सोमवार तक 20 जिलों इंटरनेट बंद रहेगा जिससे आप मीडिया प्लैटफार्म पर तस्वीरें, वीडियो या संदेश नहीं भेजे पाएंगे। इसका असर रेलवे, बैंकिंग एवं अन्य सरकारी सेवाओं पर नहीं होगा।
अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन में कुछ कोचिंग संस्थानों का भी हाथ रहा है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन करने के आरोप में अलीगढ़ से 80 लोगों को पकड़ा है. अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी अनुसार अब तक 35 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें 9 कोचिंग संस्थान चलाते है।
ऐसी भी खबर है कि अग्निपथ’ के खिलाफ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) आंदोलन करने वाली है। आंदोलन की शुरुआत वह 27 जून को जोधपुर से विरोध प्रदर्शन के साथ करेंगे।
रविवार को कांग्रेस ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ जयपुर में तिरंगा रैली निकालेगी। खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने इसकी जानकारी दी।
आपको बता दें कि पंजाब में लुधियाना रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ हुई है। हरियाणा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा और उत्तर प्रदेश आदि जगहों पर इस विरोध के कारण सड़क और रेल यातायात विरोध प्रदर्शनों के चलते बाधित हुए है।
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