बुधवार को कांग्रेस ने अपीन “भारत जोड़ो यात्रा” का आगाज किया था, जिसके तहत पदयात्रा का भी किया गया था। इस पदयात्रा का नेतृत्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर रहे है। उनके साथ पार्टी के तमाम बड़े नेता भी मौजूद हैं। 7 सितंबर को कांग्रेस ने राहुल गांधी को राष्ट्रीय ध्वज सौंपने के साथ अपनी राष्ट्रव्यापी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की शुरुआत की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने इस रैली में यात्रा के लिए कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल चलने की सहमत पर राहुल गांधी का शुक्रिया अदा किया है।
भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का जोश और उत्साह देखते ही बन रहा है। कांग्रेस की ये यात्रा गुरुवार को कन्याकुमारी के अगस्तीस्वरण से शुरू हुई है, जो आज नगरकोइल तक जाएगी। इस यात्रा का आज दूसरा दिन है। आज कई जगहों पर राहुल गांधी महिला कार्यकर्ताओं और दलित एक्टिवस्ट से वार्तालाप करेंगे।
कांग्रेस के अनुसार भारत जोड़ो यात्रा देश को एक करने की यात्रा है। ये यात्रा इतिहास लिखेगी। कांग्रेस ने इस यात्रा को एकता की शक्ति दिखाने, कदम से कदम मिलाकर चलने और सपनों का भारत बनाने की यात्रा कहा है। साथ ही कांग्रेस ने इसे पूरे देश की यात्रा कहा है। भारत जोड़ो यात्रा में हर दिन 25 किलोमीटर की पदयात्रा की जाएगी। इस यात्रा के दौरान 150 दिनों में 3500 किलोमीटर का सफर तय किया जाना है। इसे भारत की अब तक की सबसे लंबी पदयात्रा कहा जा रहा है।
राहुल गांधी ने कन्याकुमारी में अपने भाषण के दौरान कहा था कि मुझे तमिलनाडु आकर बहुत खुशी होती है। आजादी के इतनो सालों बाद भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत क्यों महसूस हुई है। आज करोड़ों लोग ये महसूस कर रहें है कि भारत को एकजुट करने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।
150 दिन में 3500 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद भारत जोड़ो यात्रा 11 सितंबर को केरल पहुंचेगी। यह यात्रा अगले 18 दिनों तक केरल से होते हुए 30 सितंबर को कर्नाटक पहुंचेगी।
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