कीव में भारतीय दूतावास ने मंगलवार को भारतीय नागरिकों के लिए एक नई एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने ये एडवाइजरी रूस-यूक्रेन युद्ध तेज होने के कारण की है जिसमें उन्हें यूक्रेन की राजधानी को तत्काल ‘छोड़ने’ के लिए कहा गया है।
भारतीय दूतावास ने पहले भारतीय नागरिकों के लिए कई सलाह जारी की थी कि वे यूक्रेन के खिलाफ रूस के सैन्य हमले को देखते हुए जहां कहीं भी हों, ‘शांत व सुरक्षित रहें’।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को “ऑपरेशन गंगा” के तहत यूक्रेन से चल रहे निकासी प्रयासों को बढ़ाने के लिए, भारतीय वायु सेना को निकासी प्रयासों में शामिल होने का आह्वान किया है। हमारी वायु सेना की क्षमताओं का लाभ उठाने से यह सुनिश्चित होगा कि कम समय में अधिक लोगों को निकाला जा सके। भारतीय वायु सेना के आज से ऑपरेशन गंगा के हिस्से के रूप में कई सी -17 विमान तैनात करने की उम्मीद है। इससे पहले आज 182 भारतीयों को लेकर एक फ्लाइट मुंबई में उतरी है। फ्लाइट ने रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से उड़ान भरी, क्योंकि यूक्रेन ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की और उन्हें यूक्रेन की स्थिति सहित विभिन्न मुद्दों पर जानकारी दी। पीएम मोदी ने हाल ही में शुरू किए गए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत युद्धग्रस्त देश से भारतीय नागरिकों को निकालने के सरकार के प्रयासों के बारे में उन्हें अपडेट किया है।
Advertisement
उन्होंने यह भी अपडेट किया कि 1600 से अधिक भारतीय छात्रों को आज सुबह तक यूक्रेन से निकाला गया है, क्योंकि एयर इंडिया एक्सप्रेस की सातवीं उड़ान 182 भारतीयों के साथ मुंबई में उतरी, जिनमें ज्यादातर छात्र थे, जो सोमवार आधी रात को बुडापेस्ट (हंगरी) से रवाना हुए थे।
पीएम मोदी ने उन्हें आगे अपडेट किया कि उन्होंने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को उन छात्रों के लिए उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है जो भारत आने के लिए पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और रोमानिया आ रहें है।
प्रधान मंत्री ने राष्ट्रपति को सूचित किया है कि यूक्रेन की सीमाओं पर मानवीय स्थिति से निपटने के लिए यूक्रेन को राहत आपूर्ति की पहली खेप मंगलवार को भेजी जाएगी। प्रधान मंत्री मोदी व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और वह सोमवार शाम तक तीन उच्च स्तरीय बैठकों की अध्यक्षता कर चुके हैं।
ये भी पढ़े – रूस-यूक्रेन वार: यूक्रेन के अधिकारी का कहना है कि खार्किव रॉकेट हमलों में दर्जनों मारे गए