खबर की अनुसार रूस और यूक्रेन के बीच भारी संकट नजर आ रहे है। नयी खबरों की अनुसार यूक्रेन में रूसी फौज प्रवेश कर चुकी है। हालांकि, इसके बारे में अभी सही ढंग से पुष्टि नहीं की गई है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपने देश के बाहर सैन्य बल का इस्तेमाल करने का अधिकार मिलने के बाद यूक्रेन ने बुधवार को देशव्यापी आपातकाल की घोषणा कर दी। इस बीच, पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ कई प्रतिबंधों की घोषणा की तथा मॉस्को ने यूक्रेन स्थित अपने दूतावास परिसरों को खाली कर वहां से राजनयिक कर्मियों को निकाल लिया।
रूसी हमले का कारण :
सवर्प्रथम यूक्रेन पर रूसी हमले के पीछे का कारण जानते है। सन 1991 में USSR का विकटन हुआ था 15 देशों में से सबसे बड़ा देश रूस ही था, इसके इलावा बाकि 14 देश काफी छोटे थे उन 14 देशों में से एक देश था यूक्रेन। इस समय रूस के यूक्रेन के साथ सबसे खराब सम्बन्ध चल रहे हैं और इसी के चलते रूस यूक्रेन पर कब्ज़ा करना चाहता है। यूक्रेन रूस और यूरोप के बीच में स्थित एक देश है। रूस का यूक्रेन पर कब्ज़े का कारण यह है कि रूस को यह लगता है कि यूक्रेन के गैस भंडार पर यूरोपीय यूनियन कब्ज़ा करना चाहती है। इसी के चलते 2014 में रूस ने यूक्रेन के एक भाग पर कब्जा कर लिया है जिसका नाम क्रिमीआ (Crimea ) है।
इसके इलावा यह भी सुनने में आया है कि कुछ दिनों पहले रूस ने यूक्रेन के एक और हिस्से पर भी कब्ज़ा कर लिया है जिसका नाम दोनेत्स्क और लुहांस्क (Donetsk and Luhansk ) है। इन दोनों जगहों को DONBASS के नाम से जाना जाता है। लेकिन यूक्रेन नाटो में शामिल होना चाहता है। NATO (North Atlantic Treaty Organization) वो देश है जो कि यह मानते है कि अगर उन पर हमला हुआ तो इसका मतलब अमेरिका पर हमला हुआ और उनकी रक्षा अमेरिका ही करेगा।
आखिरकार इस युद्ध का कारण यह है कि रूस यूक्रेन पर कब्ज़ा करके यूक्रेन के प्राकृतिक प्लांटों पर कब्ज़ा करना चाहता है। लेकिन अमेरिका ने रूस को यह धमकी दी है कि अगर रूस ऐसा करने कि सोचेगा भी तो अच्छा नहीं होगा।
रूसी हमला :
यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई शुरू हो गई है। इसी के अंतर्गत यूक्रेन की राजधानी कीव, शहर खार्किव में धमाके सुने गए हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस और यूक्रेन के युद्ध को टाला नहीं जा सकता। इसीलिए रूस ने मिलिट्री ऑपरेशन लॉन्च की है और यह भी कहा है कि इसका लक्ष्य यह नहीं है कि रूस यूक्रेन पर कब्ज़ा करना नहीं है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन अपने हथियार डाले और अपने घर जाये। इसके इलावा पुतिन ने यह भी कहा है कि कोई भी उनके मामले में हस्क्षेप ना करे जिसके परिणामस्वरूप उनके लिए किसी प्रकार की समस्या उत्पन हो, नहीं तो वो आपको ऐसे परिणामों की ओर ले जायेंगे जैसा कि आपने अपने इतिहास में पहले कभी सोचा भी नहीं होगा।
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि पुतिन ने बड़े पैमाने पर आक्रमण करना शुरू कर दिया है. और यह हमला तब हुआ है जब यूक्रेन शांतिपूर्ण बैठा हुआ था। यह युद्ध एक आक्रामकता है इस युद्ध से यूक्रेन अपनी रक्षा भी करेगा और जीतेगा भी। यूक्रेन की राजधानी कीव के बाद अब Odessa, Kharkiv, Donetsk में कई धमाको की आवाज सुनाई दी है।
इन बिगते हुए हलातो को देख कर यूक्रेन की राजधानी कीव के एयरपोर्ट को खाली करवा दिया है और वहाँ पर रह रहे लोगो को भी वहां से निकला गया है। रूसी सेना के घुसने के बीच यूक्रेन ने अपने यहां मार्शल लॉ लगा दिया है।
इन सब को देखते हुए यूरोपीय यूनियन ने कहा है कि रूस कि यह हरकत बहुत ही शर्मनाक है इस हरकत का रूस को अच्छी तरह जवाब दिया जायेगा और रूस कि इस हरकत को नजर अंदाज नहीं किया जायेगा। हम यूरोपियन यूनियन पूरी तरह से एकजुट हैं।
यूक्रेन के सैन्य हवाई अड्डे से उठता दिखा काला धुआं,
यूक्रेन के खार्किव के पास सैन्य हवाई अड्डे से काला धुआं उठता दिखा। इसी के साथ यूक्रेन बॉर्डर गार्ड्स ने पहली मौत की जानकारी मिली है। यह बताया जा रहा है कि रूस की थल सेना कई दिशाओं से यूक्रेन की सीमा को पार करके भीतर घुस चुकी है।