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शनिवार, नवम्बर 23, 2024
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जानिए कब है सोमवती अमावस्या और किन उपायों को करने से आपके जीवन में आ रही समस्याओं का हो सकता है निवारण ?

माघ कृष्ण पक्ष की उदया तिथि चतुर्दशी के पहले सोमवार को आने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है और इस बार यह तिथि 31 जनवरी को है। अमावस्या यह तिथि 31 जनवरी को दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से लेकर 1 फरवरी की सुबह 11 बजकर 16 मिनट तक है।

दरअसल अमावस्या दो दिनों की होती है, जिसमें पहले दिन श्राद्ध अमावस्या होती है और दूसरे दिन स्नान-दान की अमावस्या होती है। बता दें कि अगर सोमवती अमावस्या के दिन कुछ खास उपाय किए जाते है। तो इनसे कई फलों की प्राप्ति होती है।

तो आइए जानते है कि इस सोमवती अमावस्या को आप किन उपायों को कर सकते है।

परिवार के स्वास्थय के लिए सोमवती अमावस्या का उपाय

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अगर आपके परिवार में कोई अस्वस्थ हो या फिर आप स्वयं ही अस्वस्थ रहते हो। तो आप सोमवती अमावस्या के दिन आपने जो कपड़ा पहना हो उसमें से एक धागा निकालकर उस धागे को रूई में रखकर एक बत्ती बना लें।

इसके बाद बनाई गई बत्ती को एक मिट्टी के दिये में रखकर उसे सरसों के तेल से भर दें। इसके बाद उस दिए को ले जाकर हनुमान मंदिर के बाहर जला दें। ऐसा करने से आपका स्वास्थय धीरे-धीरे सुधरने लगेगा।

बेरोजगारी को दूर करने के लिए सोमवती अमावस्या का उपाय

अगर आप एक लंबे समय से बेरोजगारी भरा जीवन जी रहे है या फिर आपके प्रमोशन में बाधा आ रही हो। तो आप सोमवती अमावस्या की शाम के वक्त एक नींबू के चार टुकड़े करके। उसे चौराहे की चारों दिशाओं में एक-एक टुकड़ा फेंक दें। ध्यान रहे ऐसा करने के बाद पीछे मुड़कर ना देखें।

इच्छा पूर्ति के लिए सोमवती अमावस्या का उपाय

अगर आपके मन में लंबे समय से कोई इच्छा हो तो आप एक नारियल को देवी माँ का नाम लेकर तोड़ लें। इसके बाद निकली हुई गिरी के 42 टुकड़े कर लें और फिर 3 टुकड़े भगवान शिव जी को चढ़ायें, नौ टुकड़ें छोटी कन्याओं को बांटें।

दो टुकड़े दर्जी को दें, दो टुकड़े माली को, दो टुकड़े कुम्हार को प्रसाद के रूप में बांटें और चार टुकड़े अपने लिये रख लें और बचे हुए बीस टुकड़ों को मन्दिर में जाकर प्रसाद के रूप में बांट दें। ऐसा करने से सभी इच्छाएं पूरी हो जाती है।

करियर के लिए सोमवती अमावस्या का उपाय

अगर करियर को लेकर चिंता हो तो एक पानी वाला नारियल लाकर पहले उस पर लाल रंग का धागा सात बार लपेटें और फिर अपने ईष्ट देव का ध्यान करके उस नारियल को बहते पानी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपको जरूर सफलता प्राप्त होगी।

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