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नई दिल्ली: मुंह में छाले हो जाना आम है हम सभी को कभी न कभी इस समस्या का जरूर सामना करना पड़ता है। मुंह में छाले हो जाने के बाद होने वाली परेशानियों से हम सभी वाकिफ हैं जब मुंह में या जबान पर छाले हो जाएं, तो किसी से बातचीत करने में, खाने-पीने में भी बहुत ज्यादा तकलीफ होती है। ये छाले दिखने में सफ़ेद और साइडों से लाल होते है। ये ज्यादातर गाल के पीछे, होंठ, जीभ के नीचे या मुंह के उपरी हिस्सों में होते है।
मुंह में छाले होने का कारण
- मुंह में छाले होने का मुख्य कारण पेट खराब या कब्ज की वजह को माना जाता है।
- दाँतों को कड़क बालों वाले ब्रश से साफ करना या चबाते समय गलती से गाल का कट जाना।
- हेलिकोबैक्टर पाइलोरी नामक बैक्टीरिया की मौजूदगी की वजह।
- विटामिन बी-12, जिंक, फोलिक एसिड और आयरन की शरीर में कमी होना।
- अत्यधिक तला-भुना एवं मिर्च-मसाले वाला भोजन करना।
- महिलाओं में मासिक धर्म के समय होने वाले हार्मोन्स में बदलाव के कारण।
- टूथपेस्ट या माउथवॉश का प्रयोग करना जिसमें सोडियम लॉयरल सल्फेट मौजूद हो।
- कुछ लोगों में खाने को लेकर एलर्जी देखी जाती है जैसे अण्डा, स्ट्रॉबेरी, नट्स या तीखा भोजन।
- ऐस्पिरिन या एल्कोहल जैसे रसायन हमारे मुँह की श्लेष्मा झिल्ली के सम्पर्क में आने से उसको परिगलित करते हैं जिससे यहाँ छाले बन सकते हैं।
कुछ बीमारियों के चलते मुँह में हो जातें हैं छाले-
- लम्बे समय से कब्ज की समस्या रहने वालों में बार-बार मुँह के छाले हो जाते हैं।
- आंत्र के रोग जैसे क्रोन रोग (Crohn’s disease) और अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative colitis)होने पर।
- सीलिएक रोग (Celiac disease) नामक आंत्र विकार, इसमें व्यक्ति को ग्लूटेन के प्रति संवेदनशीलता होती है, ग्लूटेन अनाज में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी पावर) का कमजोर होना।
- एच.आई.वी. होना, जिससे रोग से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है।
मुँह में छाले होने पर उपचार
ज्यादातर लोग मुंह के छालों को खत्म करने के लिए घरेलू उपचारों का उपयोग करते हैं। यदि इसके बाद भी ठीक ना हो तो डॉक्टर के पास जाते हैं। तो आइए जानते ऐसे उपाय जिनको आप घर में रहकर भी मुंह को छालों को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
- शहद में मुलेठी का चूर्ण मिलाकर इस लेप को मुँह के छालों पर लगाएँ और लार को मुँह से बाहर टपकने दें।
- कत्था मुँह के छालों के लिए बहुत लाभकारी है। कत्था, मुलेहठी का चूर्ण और शहद मिलाकर मुँह के छालों पर लगाएँ। इसके अलावा अमरूद के मुलायम पत्तों में कत्था मिलाकर उसे पान की तरह चबाएँ।
- कुल्ला मुँह के छालों को ठीक करने में बेहद लाभकारी होता है। बस कौन-सा किसके लिए फायदेमंद साबित होगा यह इंसान के प्रकृति पर निर्भर करता है।
- नींबू पानी में शहद मिलाकर इससे कुल्ला करें।
- एक कप पानी में एक चम्मच धनिया पाउडर मिलाकर उबालें। पानी ठण्डा होने पर इससे दिन में 3-4 बार कुल्ला करें।
- छालों में होने वाली जलन को कम करने के लिए ग्लिसरीन में हल्दी का पाउडर मिलाकर छालों पर लगाएँ और 20-25 मिनट बाद कुल्ला कर लें।
- जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर गरारा करें। (जामुन के फायदे)
- जायफल का काढ़ा बनाकर इससे दिन में 5-6 बार कुल्ला करें।
- 30 ग्रा. बरगद की छाल को 1 ली. पानी में उबालकर गरारे करने से मुँह के छाले ठीक हो जाते है।
- दिन में दो बार तुलसी के 4-5 पत्ते चबाकर खाएँ।
- शहद और इलायची का पाउडर मिलाकर छालों पर लगाएँ।
- चमेली के पत्तों को पीस कर उसके रस को छालों पर लगाने से छालें कम हो जाते है।
- आँवला, सौंफ, सफेद इलायची और मिश्री को कूटकर चूर्ण बना लें। इसे दिन में दो बार पानी के साथ लें।
- हल्के गर्म दूध में कपूर का चूरा मिलाकर छालों पर लगाने से मुँह के छाले नष्ट हो जाते है।
छालों से बचने के उपाय
मुँह के छालों से बचने के लिए आहार और जीवनशैली में बदलाव लाने की ज़रूरत होती है-
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- मिर्च एवं अधिक मसाले युक्त खाने से परहेज करें।
- बहुत ज्यादा च्युइंगम चबाने की आादत के कारण भी मुँह में छाले होते हैं।
- Vitamin-C से युक्त फलों एवं सब्जियों का सेवन करें।
- दूध से बने खाद्य पदार्थ जैसे दही, मक्खन, पनीर और दूध का अधिक सेवन करें ताकि शरीर में विटामिन-बी की कमी न हो जो कि छाले होने का एक कारण है।
- भोजन के साथ सलाद के रूप में कच्चे प्याज का इस्तेमाल करें।
- पोषक तत्वों से युक्त आहार करें क्योंकि विटामिन-बी6, फोलिक एसिड, जिंक, आयरन की कमी की वजह से भी छाले होते हैं।
- रोजाना लगभग कम से कम 7-8 गिलास पानी जरूर पिएं।
- कब्ज की समस्या से बचाव करें इसलिए भोजन में रेशेदार सब्जियों एवं फलों का सेवन करें।
- ग्रीन-टी का सेवन करें।
- मुँह की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- दाँतों की सफाई नरम वालों वाले टूथब्रश से करें।