ऐसा कहा जाता है कि सूर्य ग्रह हमारी कुंडली का प्रधान ग्रह होता है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि सूर्य को दिन का राजा माना जाता है और जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह अपनी मजबूत स्थिति में होता है। उसे नौकरी, बिजनेस और राजनीति तीनों स्थान पर सफलता मिलती है।
जबकि सूर्य अगर कुंडली में खराब स्थिति में हो या किसी पर सूर्य ग्रह का दोष हो तो उसका जीवन असफलता के अंधकार में चला जाता है और वह व्यक्ति रोगों से घिर जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए कई ज्योतिषाचार्यों ने सूर्य ग्रह को मजबूत बनाने के लिए कई उपाय बताए है।
तो आइए आपको उन उपायों की जानकारी देते है। जिनकी मदद से आप भी अपने जीवन में कई सफलताएं प्राप्त कर सकते है।
सूर्य ग्रह की मजबूती के उपाय
- अगर आप भी अपनी कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति चाहते है तो आपको कम से कम 12 रविवार के व्रत रखने चाहिए। इन व्रतों को करने से सूर्य देव प्रसन्न हो जाते है और व्यक्ति को उसका मनोवांछित फल प्रदान करते है।
- रविवार के दिन स्नान के बाद लाल कपड़ें धारण करें और ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम: मंत्र की 3 से 12 माला का जाप करें।
- रविवार के दिन सुबह स्नान करने के उपरांत एक पात्र में साफ जल भरें और उसमें लाल चंदन, लाल फूल, चावल एवं दूर्वा मिलाकर रख दें। इसके बाद जब सूर्य देवता निकले तो उन्हें वह जल अर्पित करें। ऐसा करने से सूर्य ग्रह मजबूत होता है।
- रविवार के दिन कोशिश करें कि नमक का सेवन ना ही करें। इस दिन अपने भोजन में बिना नमक के दलिया, दूध, दही, घी, चीनी या गेहूं की रोटी का उपयोग करें।
- अगर किसी की कुंडली में सूर्य अपनी कमजोर स्थिति में तो उस व्यक्ति को लाल और पीले रंग वाला वस्त्र, गुड़, सोना, तांबा, माणिक्य, गेहूं, लाल कमल या मसूर दाल का दान करना चाहिए।
- सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आपको माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए। ध्यान रहें इस रत्न को धारण करने से पहले अच्छे ज्योतिषाचार्य से इसकी पहचान करा लें और फिर ही इसे धारण करें। इसके अलावा आप सूर्य के उपरत्न तामड़ा, लालड़ी या सूर्यकांत मणि को भी धारण कर सकते है।
- अपनी कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति को सुधारने के लिए आप आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ और गायत्री मंत्र का जाप भी कर सकते है।