नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी का प्रकोप भले ही अब थमा हुआ हो, लेकिन नए वेरिएंट की वजह से टेंशन लगातार बढ़ी हुई है। ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनियाभर के कई देशों में दस्तक दे चुका है। कई जगहों पर इस वेरिएंट की वजह से भारी तबाही मची हुई है। वहीं देश में भी ओमिक्रॉन के 60 से भी ज्यादा मामले अब तक सामने आ चुके है। आशंका जताई जा रही है कि आगे आने वाले समय में ये वेरिएंट और तेजी से पैर पसार सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO की तरफ से ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर तो दुनिया को बार बार सतर्क किया ही जा रहा है, इस बीच इसको लेकर एक और नई चेतावानी जारी की है मॉडर्ना वैक्सीन के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर पॉल बर्टन ने। डॉ. पॉल ने आगाह करते हुए कहा कि अगर डेल्टा वेरिएंट के साथ ओमिक्रॉन वेरिएंट भी एक साथ किसी को संक्रमित करता है, तो एक नया सुपर-वैरिएंट बनने की भी संभावना है।
डॉ. पॉल ने कहा कि आम तौर पर एक समय में कोरोना संक्रमण में एक ही म्यूटेशन होता है, लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में हो सकता है कि दो स्ट्रेन एक ही समय पर भी हमला कर दें। दोनों स्ट्रेन अगर एक ही कोशिका को संक्रमित करते हैं, तो वो DNA अदला-बदली भी कर सकते हैं और साथ में मिलकर नया वेरिएंट बना सकते हैं।
डॉ. पॉल ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि ब्रिटेन में डेल्टा और ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों ने इसकी संभावना बढ़ा दी है। डॉ. पॉल ने साइंस एंड टेक्नोलॉजी कमेटी को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘निश्चित रूप से’ संभव है कि दोनों स्ट्रेन जीन की अदला-बदली कर सकते हैं और एक और खतरनाक वैरिएंट बना सकते हैं।
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रिसर्चर्स ने कहा कि दुर्लभ परिस्थितियों में वायरस का ये रूप भी सामने आ सकता है। जीन की अदला-बदली से बने कोरोना के अब तक सिर्फ 3 ही स्ट्रेन दर्ज किए गए। अधिकतर मामलों में वायरस खुद ही म्यूटेट हो जाते है और नया वेरिएंट को जन्म दे देते हैं।
गौरतलब है कि ओमिक्रॉन कई देशों में इस वक्त कहर बरपा रहा है। लंदन में ये पूरी तरह से हावी हो गया। ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि नए साल तक ओमिक्रॉन और तेजी से यहां फैल सकता है। वहीं अब खतरा तो वैक्सीनेटेड लोगों पर भी मंडरा रहा है।