प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम प्रोजेक्टके पहले चरण का उद्घाटन किया। प्रोजेक्ट के पीछे का विचार यह सुनिश्चित करना है कि सभी विरासत संरचनाएं संरक्षित रहें।
यहां कुछ महत्वपूर्ण बिंदु दिए गए हैं जिन्हें आपको काशी विश्वनाथ धाम प्रोजेक्ट के बारे में जानना चाहिए
-इसका निर्माण करीब 339 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
-प्रोजेक्ट के पहले चरण में कुल 23 भवनों का उद्घाटन किया जाएगा। वे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान करेंगे, जिनमें यात्री सुविधा केंद्र, पर्यटक सुविधा केंद्र, वैदिक केंद्र, मुमुक्षु भवन, भोगशाला, सिटी म्यूजियम, व्यूइंग गैलरी और फूड कोर्ट शामिल हैं।
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पुरानी संपत्तियों के विनाश की प्रक्रिया के दौरान, 40 से अधिक प्राचीन मंदिरों की खोज की गई थी। मूल संरचना में कोई बदलाव न हो यह सुनिश्चित करते हुए इन मंदिरों का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण किया गया है।
- यह प्रोजेक्ट अब लगभग 5 लाख वर्ग फुट के विशाल क्षेत्र में फैली हुई है, जबकि पहले परिसर लगभग 3000 वर्ग फुट तक ही सीमित था।
-इसमें पारंपरिक शिल्प कौशल का उपयोग किया गया है। जिससे पत्थरों और अन्य सामग्री के साथ प्रवेश द्वार व अन्य संरचनाएं बनाई हैं।
- इस प्रोजेक्ट में मंदिर के आसपास की 300 से अधिक संपत्तियों की खरीद और अधिग्रहण भी शामिल था।
- इसमें करीब 1,400 दुकानदारों, किरायेदारों व मकान मालिकों का सौहार्दपूर्ण ढंग से पुनर्वास किया गया है।
-काशी विश्वनाथ मंदिर में मोदी जी ने पूजा-अर्चना की और मंदिर परिसर में रुद्राक्ष का पौधा लगाया। उन्होंने भगवान शिव को गंगा जल, चंदन, राख और दूध भी चढ़ाया।
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और देश भर से बड़ी संख्या में संतों ने समारोह में भाग लिया।