कल दुबई से कोझीकोडे आते हुए एअर इन्डिया का एक यात्री जहाज रनवे पर उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त होकर दो हिस्सों में टूट गया. प्लेन में 10 क्रू मेम्बर एवं 181 यात्री मिलाकर कुल 191 लोग सवार थे जिनमे से 10 छोटे बच्चे थे. अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार इस दुर्घटना में 16 लोगो की मृत्यु हुई है और 20 गंभीर रुप से घायल हैं.
फ्लाइट एवं शेड्यूल
एअर इन्डिया की यह एक्सप्रेस बोइंग 737 फ्लाइट दुबई से शाम 6:14 बजे चली थी तथा 7:40 बजे कैलीकट एअरपोर्ट पर लैंड करनी थी. यह फ्लाइट वन्दे भारत मिशन का हिस्सा थी जिसके तहत कोरोना के कारण विदेश में फसे नागरिकों को भारत लाया जा रहा है.
कैसे हुआ हादसा?
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भारी बारिश और खराब मौसम के चलते फ्लाइट को लैंड करने में समस्या हो रही थी. दो बार लैंडिंग का प्रयास असफल रहा, तीसरे प्रयास में लैंडिंग सफल रही किंतु रनवे पर फिसलन होने के कारण ब्रेक नही लग पाये और हवाई जहाज 35 फीट गहरी खाई में गिर कर दो हिस्सों में टूट गया.
रनवे था असुरक्षित!
DGCA ने 2011 में ही रन वे नंबर 10 को खराब मौसम में लैंडिंग के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया था. यही लापरवाही इस हादसे का कारण बन गयी.
मुख्य पायलट की भी जान गयी.
इस फ्लाइट के कमांडिंग पायलट दीपक साथे भारतीय वायुसेना में विंग कमांडर के पद से सेवानिवृत हैं. उन्होने दस साल पहले एअर इन्डिया की एअर बस 310 से अपना प्रोफेशनल कैरीयर शुरू किया था बाद में वो एक्सप्रेस सर्विस में अा गये. उनको मिग – 21 से लेकर तमाम लड़ाकू विमान उड़ाने का अनुभव था. उनको भारतीय एअर फोर्स एकेडमी से स्वोर्ड ऑफ ऑनर प्राप्त था.
ये सुकून रहा-
आमतौर पर ऐसे हादसों से फ्लाइट आग पकड़ लेती हैं किंतु बारिश के चलते फ्लाइट में आग लगने से बच गयी, अन्यथा ये हादसा और भी विकराल रुप ले सकता था.