अगर आपकी कुंडली में राहु दोष है तो आपको बता दें कि कुंडली में राहु दोष होने से मानसिक तनाव बढ़ता है। साथ ही इससे आर्थिक नुकसान, तालमेल की कमी और अन्य ग्रहों का अशुभ प्रभाव पड़ना शुरु हो जाता है। आपको बता दें कि राहु का शुभ प्रभाव एक व्यक्ति को रंक से राजा बना देता है, वहीं अशुभ प्रभाव व्यक्ति राजा से रंक बना देता है।
कुंडली में राहु कमजोर होने पर इसकी शांति के लिए आप निम्न उपाय कर सकते है और जो आपकी बाधाऔ को दूर करनें में मदद करेगा।
राहु दोष के शांति के लिए उपाय- राहु ग्रह के अशुभ परिणामों से बचने के लिए आप राहु मंत्र का जाप कर सकते है। बुधवार के दिन जौ, सरसों, सिक्का, सात प्रकार के अनाज, नीले या भूरें रंग के कपड़े और कांच की वस्तुओं का दान करने से आपको राहु की अशुभ दशा से बचने में मदद मिलेगी। राहु की वजह से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए राहु यंत्र की पूजा करनी चाहिए।
राहु का व्यक्ति के आहार-विहार पर असर-
राहु व्यक्ति के अन्दर नकारात्मक ऊर्जा भर देता है। राहु व्यक्ति की सोच, खान-पान आदि दूषित कर देता है। ये लोग फास्ट फूड और नशे के आदी हो जाते है।
इस असर को समाप्त करने के उपाय- सुबह रोज ब्रश करने के बाद तुलसी के पत्ते खाएं व स्नान के बाद सफेद चन्दन मस्तक, कंठ और नाभि पर लगाये।
राहु का काम और रोजगार पर किस तरह का असर पड़ता है-
ऐसे लोग आसानी से धन कमाने में लगे रहते हैं। जैसे लॉटरी, शेयर बाजार और जुए-सट्टे में पेसे लगाना,
कुछ भी काम करने पर इन्हे बार-बार उतार चढ़ाव देखने को मिलता है।
राहु के अचूक उपाय-
शनिवार को पिंजरे में कैद पक्षियों को आजाद कर दें, तुलसी की माला गले में धारण करें, घर से अनुपयोगी वस्तुओं को हटा दे।
राहु का पारिवारिक जीवन पर असर-
विवाह तनाव का कारण बन सकताा है जब पारिवारिक जीवन अच्छा नहीं हो। जिससे ज्यादा विवाह होने की सम्भावना होती है। जिससे पारिवारिक संपत्ति मुकदमों में फंस जाती है.. बाद में संतान उत्पत्ति में देरी होना। बाद में एक संतान समस्या का कारण बनती है।
इसका उपाय- हर सुबह सूर्य को जल दें व सूर्यास्त के बाद राहु के मन्त्र “ॐ रां राहवे नमः” का जाप 108 बार करें। हर सोमवार को सफेद चन्दन शिवलिंग पर लगाएं।