मंगलवार को तेलंगाना राष्ट्र समिति ने राज्य में धान खरीद के मुद्दे पर संसद सत्र के शेष भाग का बहिष्कार करने का फैसला लिया है।
टीआरएस नेता के केशव राव ने कहा कि केंद्र कह रहा है कि वह ‘पेरबोइल्ड’ राइस, की खरीद नहीं करेगा, जिसका मतलब है कि रबी फसलों की खरीद नहीं होगी। राव ने सरकार से राष्ट्रीय खरीद नीति लाने की मांग की है।
टीआरएस पार्टी के सांसदों ने हाथ में तख्तियां ली थीं, जिन पर एमएसपी के लिए बिल लाएं और रबी फसलों पर फैसला करें लिखा था। टीआरएस संसद के काम शुरू होने के बाद से खरीद का मुद्दा उठा रही है, लेकिन अभी तक सरकार ने किसी भी तरह का कोई आश्वासन नहीं दिया है।
केंद्र के तेलंगाना से उबले चावलन (पेरबोइल्ड’ राइज) को उठाने से मना करने के बाद से मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने सोमवार राज्य सरकार के आगामी रबी सीजन में धान खरीद केंद्र स्थापित नहीं करेने की घोषणा की।
टीआरएस ने केंद्र पर हमला करते हुए किसानों से कहा कि राज्य के पास न तो चावल खरीदने की वित्तीय क्षमता है और न ही इसे स्टोर करने के लिए बुनियादी ढांचा है।
हालांकि पहले किसानों को सरकार द्वारा आश्वासन दिया गया था कि मौजूदा खरीफ सीजन के दौरान उत्पादित पूरा धान खरीद लिया जाएगा। हालांकि केंद्र 40 लाख टन से अधिक खरीद लक्ष्य को बढ़ाने पर सहमत नहीं है।
मुख्यमंत्री का कहना है कि चालू सीजन में केंद्र केवल 40 लाख टन चावल खरीद सकता है, हालांकि उत्पादन 90 लाख टन होने की उम्मीद है। केंद्र द्वारा खरीदे गए धान को भाजपा के कार्यालयों और दिल्ली में इंडिया गेट पर डंप किया जाएगा।