उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है और चुनाव से पहले ही भाजपा को यूपी में बड़ा झटका लगा है। दरअसल, बीते गुरुवार को भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्रा ने अपने कई समर्थकों के साथ भाजपा का दामन छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
इतना ही नहीं इस दौरान पूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्रा समेत जिला पंचायत व कई जिलों से आए प्रधानों और दूसरे दलों से आए नेताओं ने भी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली है। बता दें कि, आजमगढ़ के अतरौलिया विधानसभा से विधायक रहे सुरेंद्र मिश्रा ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस यूपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के समक्ष कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
आपको बता दें कि सदस्यता लेने के बाद पूर्व विधायक सुरेंद्र मिश्रा ने पत्रकारों को संबोधित भी किया और कहा कि भाजपा ने साढ़े चार साल में सिर्फ जनविरोधी नीतियां बनाई और जातिवाद फैलाया। जिसकी वजह से लोग मंहगाई से भ्रष्टाचार और अपराध से परेशान हैं।
सुरेंद्र मिश्रा ने कहा कि, प्रियंका गांधी जनता की आवाज विपक्ष में मजबूती से उठा रही हैं, हम सब संकल्प लेते हैं कि 2022 में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे।
Advertisement
इस बीच सुरेंद्र मिश्रा का पार्टी में स्वागत करते हुए यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मौजूदा समय में भाजपा सरकार से विपक्ष में एक मात्र कांग्रेस है जो लड़ रही है, दूसरे दल जो अपने को विपक्ष का दावा करते हैं वह आइसोलेट हैं। प्रियंका गांधी ने यूपी के हर मुद्दे और वर्ग की आवाज को सरकार के सामने उठाई है और सड़क पर उतरकर संघर्ष किया है।
अजय कुमार लल्लू ने कहा कि भाजपा सरकार और गृहमंत्री दूरबीन लेकर अपराधी ढूढने का व्यंग कर प्रदेश वासियों को चिढ़ाते हैं और मुख्यमंत्री के अपने कार्यालय सचिवालय में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है। सचिवालय में पीड़ित महिला को विभागीय विशाखा कमेटी से न्याय न मिलने के बाद, एफआईआर होने के 13 दिन तक न्याय न मिलने तक मजबूरन उस बेटी को अपनी अस्मिता को वीडियो के माध्यम से सार्वजनिक करना पड़ता है। यह भाजपा के महिला विरोधी चरित्र का प्रमाण है।