नई दिल्ली: हिंदू धर्म में गुरुवार या बृहस्पतिवार के दिन को भगवान विष्णु जी और बृहस्पति देव जी को समर्पित माना जाता है। गुरुवार के दिन श्री हरी भगवान विष्णु जी की पूजा और व्रत करना बेहद शुभ होता है। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करके आप धन की देवी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है। इससे आपके घर पर सुख-शांति, समृद्धि और धन-संपदा सदैव बनी रहती है। इसके अलावा माना ये भी जाता है कि गुरुवार का व्रत करने से कुंडली में गुरु ग्रह भी मजबूत होता हैं। अगर कोई कुंवारी कन्याएं गुरूवार के व्रत को करती हैं, तो इससे उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और उनकी शादी में आ रही सभी बाधाएं दूर हो जाती है। इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन सुखमय बन जाता है। अगर आप भी इस व्रत को करने की सोच रहे हो तो पहले इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें जान लें।
गुरुवार का उद्यापन कब करना चाहिए?
आपको बता दें, बृहस्पतिवार के दिन के व्रत की शुरुआत आप पौष मास के अलावा किसी भी मास के शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार के दिन से कर सकते है। ऐसा करना शुभ माना जाता है। इस व्रत को श्री हरी भगवान विष्णु और बृहस्पति देव जी विशेष कृपा पाने के लिए 16 गुरुवार के दिन लगातार व्रत रखना चाहिए और वहीं जब 17वां बृहस्पतिवार को व्रत आए तो इस दिन उद्यापन कर लेना चाहिए। वहीं महिलाएं मासिक धर्म के चलते व्रत नहीं रख सकती है। इसके अलावा गुरुवार के व्रत को 1 साल ,3 साल ,5 साल ,7 साल और 9 साल या फिर आजीवन भी रख सकते हैं।
ये भी पढ़े जानिए सकट चौथ 2023 कब की है, क्या है शुभ तिथि और कैसे करें इस दिन पूजन ?
बृहस्पतिवार के व्रत में क्या खाना चाहिए?
भगवान विष्णु जी और बृहस्पति देव जी के व्रत में आप मक्खन, दूध, दही, पनीर का सेवन कर सकते हैं, इससे आपके शरीर को प्राप्त एनर्जी मिलती रहेगी।
Advertisement
बृहस्पतिवार के व्रत में आप कुट्टू का आटा, अरारोट का आटा, सिंघाड़े का आटा, राजगीरा आटा, साबूदाना और समा चावल के चावलों को बना कर खा सकते हैं।
इस व्रत में आप सभी फलों का सेवन कर सकते हैं, जैसे- अंगूर, पपीता, संतरा, खरबूज, तरबूज। इनसे आपके शरीर को पोषण मिलेगा और बॉडी भी हाइड्रेट रहेगी।
बृहस्पतिवार के व्रत में आप टमाटर, गाजर, शकरकंद और खीरा का सेवन कर सकते है इससे आपका पेट ठंडा रहता है।
इस व्रत के दौरान आप अपने शरीर में एनर्जी को बनाए रखने के लिए ड्राई फ्रूट्स का सेवन कर सकते है, जैसे- काजू, बादाम, पिस्ता, अखरोट, डेट्स, मूंगफली। इनका सेवन करने से आपको जल्दी भूख भी नहीं लगती।
गुरूवार के व्रत का खाना बनाते समय आप लाल मिर्च,गुड़, साबुत मसाले, सेंधा नमक, जीरा, अमचूर जैसी चीजों को उपयोग कर सकते है।
बृहस्पतिवार के व्रत में अपने व्रत का खाना मूंगफली तेल, देशी घी या सनफ्लावर ऑयल में ही बनाएं।
गुरुवार के व्रत में केला खाना चाहिए या नहीं?
मान्यताओं के अनुसार, हिंदू धर्म मे गुरुवार के दिन केले का सेवन करने से मना किया जाता है, केला खाना इस दिन अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि बृहस्पति देव जी का वास केले के पेड़ में होता है और केले के पेड़ में श्री हरी का भी निवास होता है। बृहस्पतिवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करना भी बेहद शुभ माना जाता है। इसी वजह से गुरूवार के व्रत में केले का सेवन करने से मना किया जाता है। इस दिन केला श्री हरी को अर्पित किया जाता है। भगवान श्री विष्णु जी को केले का भोग लगाने के बाद आप उसे केले को किसी को दान कर दें।
गुरुवार के व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं?
अक्सर बहुत से लोगों के मन में ये सवाल बना ही रहता है कि बृहस्पतिवार के व्रत में दूध पीएं या नहीं। तो आपको बता दें भागवान श्री हरी के व्रत में आप दूध पी सकते है लेकिन उसके साथ भी कई चीजों का विशेष ध्यान रखना होता है। बृहस्पतिवार के व्रत में आप नमक का सेवन नही कर सकते है। इस व्रत में आप दूध से बनी चीजों का भी सेवन कर सकते है।
पीरियड में गुरुवार का व्रत करना चाहिए या नहीं?
जैसे की आप सभी जानते है कि गुरुवार के व्रत से भगवान विष्णु और भृस्पति देव प्रसन होते है और आपकी विवाहिक दिक्ते दूर कर देते है लेकिन अगर कभी भी इस व्रत में कोई भूल चूक हुई तो वह आपको व्रत का फल नहीं देते ऐसे में कुछ खास बाते जिन पर हमें ध्यान देना चाहिए। अगर हम बात करे पीरियड में गुरुवार का व्रत करना चाहिए या नहीं तो इसका उत्तर है नहीं क्योंकि शास्त्रीय धर्म के अनुसार मासिक धर्म शरीर में अशुद्ध रहता है और इस व्रत के लिए शुद्धता बहुत जरूरी है।