नई दिल्ली: देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम ने बुधवार 27 अक्टूबर को फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 35-35 पैसे की बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी के साथ दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 107.94 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 96.67 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई हैं। वहीं, मुंबई में पेट्रोल 113.45 रुपये प्रति लीटर और डीजल 104.75 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।
पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ने से इसका असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है। विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ आम लोग सरकार से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की मांग कर रहे हैं। अब दिग्गज ग्लोबल फाइनेंशियल कंपनी गोल्डमैन सैश ने कहा है कि आने वाले समय में देश में पेट्रोल की कीमत 150 रूपए तक पहुंच सकती है।
गोल्डमैन सैश ने एक ताजा नोट में कहा है कि अगले साल तक ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत बढ़कर 110 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं। अभी ब्रेंट क्रूड की कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल के आसपास चल रही हैं। इस प्रकार मौजूदा भाव के मुकाबले अगले साल तक ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 30 फीसदी तक की तेजी आ सकती है।
गोल्डमैन सैश के ऑयल एनालिस्ट्स का कहना है कि ग्लोबल डिमांड-सप्लाई असंतुलित हो गई है। इस समय क्रूड की डिमांड प्री-कोविड स्तर पर पहुंच गई है। इससे अगले साल क्रूड की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगेगी आग
क्रूड की कीमतों में बढ़ोतरी से भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर भी बड़ा असर पड़ेगा। गोल्डमैन सैश का कहना है कि क्रूड की कीमतों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी का मतलब यह है कि भारत में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 150 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 140 रुपये प्रति लीटर तक हो सकती हैं। इस समय राजधानी दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 107.94 रुपये और डीजल की कीमत 96.97 रुपये प्रति लीटर पर हैं।
गोल्डमैन सैश ने अनुमान जताया है कि वैश्विक स्तर पर क्रूड की मांग 99 मिलियन बैरल प्रतिदिन के पार पहुंच चुकी है। जल्द ही यह प्री-कोविड के स्तर 100 मिलियन बैरल प्रतिदिन के पार जा सकती है। इसका कारण यह है कि एशिया के अधिकांश देश कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से उबर रहे हैं।