एक जमाना हुआ करता था, जब नेता जो भी मन में आता था वो बोलते थे और चले जाते थे लेकिन जब से सोशल मीडिया का आगमन हुआ है, तब से एक छोटी सी गलती भी लोगों की नजरों से नहीं बच पाती। ऐसा ही कुछ केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद और नवजोत सिंह सिद्धू के साथ हुआ।
दरअसल, उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके बाद वह हंसी के पात्र बन गए है। अपनी वायरल वीडियो में वह तीनों एक जैसी ही शायरी पढ़ते हुए नजर आ रहे है, वह अपनी शायरी में कहते नजर आ रहे है कि उसूलों पर जब आंच आए तो टकराना ज़रूरी है, अगर जिंदा हो तो जिंदा नज़र आना ज़रूरी है। जिसके बाद उनके इस वीडियो पर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं देते नजर आ रहे है।
बता दें कि, उनका वायरल हो रहा यह वीडियो काफी पुराना है। यह तब का वीडियो है जब ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद कांग्रेस में हुआ करते थे और इस वीडियो को एबीपी न्यूज़ के पत्रकार अभिनव पांडे ने अपने ट्विटर पर साझा किया। अभिनव पांडे ने यह वीडियो साझा करते हुए लिखा कि, “वैसे तो वायरल कंटेट है,मगर वायरल नहीं होना चाहिए। सिंधिया, जितिन के बाद अब सिद्धू के उसूलों पर आंच।”
इतना ही नहीं, उन्होंने इस दौरान एक और ट्वीट किया और हंसने वाले इमोजी का इस्तेमाल करते हुए लिखा कि, “वसीम बरेलवी साहब की लाइनों का असली इस्तेमाल तो कांग्रेसी नेताओं ने ही किया है।”
जिसके बाद यह वीडियो तेजी से वायरल होने लगा और इसपर एक यूजर ने लिखा कि, “आंच उसूलों पर नहीं, पैसा, पावर और पद इन पर आती है. औऱ ये तीनों चीज जहाँ मिलती है, नेता वहाँ पहुँच जाते हैं। फिर पार्टी के उसूल इनके उसूलों से मेल खाँय या न खाँय कोई फर्क नहीं पड़ता इन्हें। क्यों कि इन्हें उसूलों की कभी पड़ी ही नहीं थी। इनका कोई नियम औऱ विश्वास नहीं।”
इसपर एक यूजर ने लिखा कि, “और इतना देखने समझने के बाद भी हम इन कुर्सी के लोभियों को वोट देते हैं। इनके फैन होते हैं।”
एक अन्य यूजर लिखते है, “उसूलों पर हमेशा कुर्सियां भारी पड़ती है रातों रात आत्माएं निष्ठाएं बदल जाती है।”