जहां यूपी चुनाव से पहले हर बड़ा-छोटा नेता उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 पर नजरें टिकाए बैठा है, वहीं बीते मंगलवार पीएम मोदी भी उत्तर प्रदेश पहुंचे। यहां पहुंचकर पीएम मोदी ने डिफेंस कॉरिडोर नोड और राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी की नींव रखी। उनका यह दौरा यूनिवर्सिटी और डिफेंस के लिए था, लेकिन विधानसभा चुनावों को देखते हुए पीएम मोदी अपने आप को रोक नहीं पाए और उन्होंने यहां पर लोगों को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने अपने सिग्नेचर स्टाइल में अलीगढ़ के तालों और मुस्लिमों का लिंक अपने गांव से जोड़ते हुए एक किस्सा सुनाया।
पीएम मोदी का किस्सा
किस्सा सुनाते हुए पीएम मोदी अपने बचपन में खो गए, उन्होंने अपनी स्पीच में कहा कि, “आज मेरा बचपन की बात करने का मन कर रहा है, कहानी 55-60 साल पुरानी है, तब हम बच्चे हुआ करते थे तब लोग अपने घर की या दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ पर भरोसा करते थे, क्योंकि अगर उनके घर पर अलीगढ़ का ताला लगा होता था तो लोग निश्चिंत हो जाते थे। तब अलीगढ़ से एक ताले के सेल्समैन हुआ करते थे, वह एक मुस्लिम मेहरबान थे और हर तीन महीने में हमारे गांव आया करते थे। वह काली जैकेट पहना करते थे।”
उन्होंने आगे कहा कि, “मुस्लिम महाशय सेल्समैन होने के नाते वह अपना ताला व्यापारियों के पास रखकर जाते थे और तीन महीने बाद फिर आते थे, तो पैसा ले आते थे। अगल-बगल गांवों में भी वह यही करते थे। मेरे पिताजी से उनकी अच्छी दोस्ती थी। दिनभर जो पैसे वसूल करके लाते थे तो मेरे पिता जी के पास छोड़ देते थे। जब 4-6 दिन के बाद मेरा गांव छोड़कर जाते थे तो फिर पिताजी से पैसे लेकर ट्रेन से निकल जाते थे।”
पीएम मोदी ने कहा कि, “हम सीतापुर और अलीगढ़ से पहले से ही बहुत परिचित थे। हमारे गांव से लोग अपने आंख की बीमारी के इलाज के लिए सीतापुर आया करते थे और अलीगढ़ के बारे में हमने उन महाशय से सुना था।
पीएम मोदी ने कहा कि, कल तक तालों के जरिए घरों, दुकानों की रक्षा करने वाला मेरा अलीगढ़ 21वीं सदी में हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा करने का काम करेगा।
पीएम मोदी ने इस दौरान ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना’ पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यूपी सरकार ने अलीगढ़ के तालों और हार्डवेयर को नई पहचान दिलाने का काम किया है।”