नई दिल्ली: अपनी नौकरियों को लेकर दर दर भटक रहे युवाओं के साथ धोखाधड़ी के मामले दिन पर दिन सामने आ रहे हैं। जहाँ उनसे नौकरी लगवाने के नाम पर हजार से लाखों रूपयों तक की ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला राजधानी दिल्ली से सामने आया है। जयपुर की साइबर पुलिस ने नौकरी दिलवाने के नाम ठगी करने वाले शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। इसके अकाउंट से पुलिस को 18 लाख रूपयों का लेनदेन मिला है। यह सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी बनाकर रुपयों की ठगी करता है। लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देता है और फिर रुपए खाते में ट्रांसफर कर लेता है। यह झारखंड, भरतपुर, बिहार, दिल्ली में अब तक गिरफ्तार हो चुका है।
खबरों के मुताबिक, डीसीपी दिगत आनंद ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस ने दिल्ली से रमन (22) पुत्र चंद्रपाल निवासी 77बी/ 561, सावन पार्क अपार्टमेंट, उतरी पश्चिमी दिल्ली को गिरफतार किया है। उन्होंने बताया कि 3 अक्टूबर 2019 को परिवादी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया कि मेरी ईमेल आईडी पर एक मेल आया था। मेल में लिखा था हिंदुस्तान यूनीलिवर लिमिटेड कंपनी में एचआर हूं। हिंदुस्तान यूनीलिवर कंपनी में सहायक प्रबंधक के पद पर चयन हो गया है। आपकों अपने दस्तावेज एवं प्रोसेसिंग फीस, सिक्योरिटी चार्जेज जमा कराने होंगे। इसके बाद नियुक्ति दी जाएगी। ठगों ने उससे अलग-अलग कर 2.77 लाख रुपए जमा करवा लिए। तब साइबर पुलिस मामले की जांच शुरू की।
वहीं जांच में पता लगा कि ये लोग फेसबुक व सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बना लेते है। इसके बाद मोबाइल की फर्जी सिम ले लेते है। इन्हीं सिमों से ये लोगों को बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरी लगवाने का झांसा देते है। उन्हें ऑफर लेटर देकर जाल में फंसा लेते है। इसके बाद उनसे सिक्योरिटी तो कभी प्रोसेस फीस के नाम पर रुपए वसूल करते है। ये लोगों से अपने अलग-अलग बैंक खातों में रुपए जमा करवाते है। जांच में रमन के खाते में 18 लाख रुपयों का लेनदेन मिला है।