अक्सर कहा और सुना जाता है कि फिल्में कहीं ना कहीं हमारे जीवन में अपनी छाप छोड़ ही देती है और लोग फिल्म की कहानियों को अपने जीवन से जोड़ने लगते है या फिर ऐसा कहे कि उस किरदार को ही जीने लगते है, जो उन्हें फिल्म में दिखाया जाता है।
आपने अजय देवगन – स्टारर थ्रिलर फिल्म ‘दृश्यम’ तो देखी ही होगी ? अगर अब सोच रहे है कि अचानक दृश्यम की बात कहा से आ गई तो हम आपको बता दें कि आज हम आपके लिए दृश्यम फिल्म से ही जुड़ी एक खबर लेकर आए है, बस फर्क इतना है कि यह कहानी फिल्म की नहीं बल्कि असल जिंदगी की है। जी हां आपने सही सुना ? घटना उत्तर प्रदेश से सामने आई है, जहां एक व्यक्ति ने एक दम फिल्मी अंदाज में अपराध को अंजाम दिया। दरअसल उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति ने पहले तो अपनी 13 वर्षीय बेटी का खून किया और फिर थ्रिलर फिल्म ‘दृश्यम’ के अंदाज में अपनी उपस्थिति को दूसरी जगह बनाने के लिए कई लोगों से मुलाकात की। गौरतलब है कि इस अपराध को भले ही उस व्यक्ति ने फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया हो लेकिन वो शायद यह भूल गए कि ‘रील और रियल लाइफ’ में बहुत अंतर होता है। बता दें कि पुलिस ने बीते रविवार को अपराधी को गिरफ्तार कर लिया, अपराधी का नाम अमित शुक्ला बताया जा रहा है।
समाचार एजेंसी IANS के अनुसार- झांसी जिला (उत्तर प्रदेश) के SSP शिवहरी मीणा ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान घटना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि, 25 अगस्त को उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के गुरसराय तहसील के कटरा क्षेत्र में 13 वर्षीय खुशी शुक्ला की हत्या उसके ही घर में कर दी गई। घटना के समय खुशी अपने घर पर अकेली थी और उसके पिता अमित शुक्ला जो बीड़ी का व्यापार करते हैं अपने किसी व्यवसाय के काम से मौरानीपुर गए थे, जबकि खुशी की सौतेली माँ उत्तर प्रदेश के जालौन जिले स्थित कालपी में अपने मायके चली गई थी।
शिवहरी मीणा ने बताया कि जब मामले पर मृतक लड़की के पिता अमित शुक्ला ने पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बताया कि जब वह मौरानीपुर से अपना काम निपटाकर घर लौटा तो उसने खुशी को बिस्तर के नीचे पड़ा पाया। जिसके बाद वह उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
SSP ने घटना पर खुलासा करते हुए और पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी देते हुए बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार खुशी की हत्या गला घोंटकर की गई है और रिपोर्ट में उसकी पसलियां भी टूटी हुई पाई गई हैं। SSP ने आगे बताया कि जब मामले पर पड़ोसियों से पूछताछ की गई तो पुलिस को यह जानकारी मिली कि खुशी के साथ उसकी 42 वर्षीय सौतेली मां आकांक्षा के संबंध तनावपूर्ण थे, सौतेली मां आकांक्षा को अपने पहले पति से खुशी की उम्र की ही एक बेटी थी। SSP शिवहरी मीणा ने बताया कि पुलिस के द्वारा निरंतर पूछताछ पर उसने सरेंडर कर दिया और सारी सच्चाई बता दी। आरोपी ने बताया कि उसने यह सब अपनी दूसरी पत्नी के दबाव में आकर किया और अपनी ही बेटी को मारने का कदम उठाया। उसने बताया कि उसकी दूसरी पत्नी और खुशी की सौतेली माँ खुशी के साथ रहना ही नहीं चाहती थी। SSP ने बताया कि इसके बाद अमित ने हत्या की योजना बनाई और घटना को अंजाम देने के लिए उसने अपनी दूसरी पत्नी आकांशा और पत्नी की बेटी को कालपी भेज दिया था।
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आरोपी ने इस घटना की योजना की जानकारी देते हुए बताया कि उसने सबसे पहले तो अपनी बेटी की हत्या की और फिर बॉलीवुड फिल्म ‘दृश्यम’ से आइडिया लेकर उसने पुलिस जांच को गुमराह करने के लिए अलग-अलग बहाने बनाने शुरू कर दिए। उसने पूरी घटना का विवरण देते हुए बताया कि उसने पहले तो खुशी की पिटाई की फिर उसने खुशी की छाती पर बैठकर उसकी पसलियां तोड़ दी और इसके बाद खुशी का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वह फिल्म ‘दृश्यम’ की कहानी को दोहराते हुए वह मौरानीपुर गया और कई लोगों से मिलकर सबको एक ही चीज बताई की वह पूरे दिन मौरानीपुर में ही था। SSP शिवहरी मीणा ने इस घटना पर पुलिस की कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस द्वारा अमित और उसकी दूसरी पत्नी आकांक्षा को गिरफ्तार कर लिया गया है और आईपीसी की धारा 302 के अलावा धारा 120 बी के तहत दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया है।