Advertisement

मधुमक्खी के काटने पर अपनाएं यें आसान तरीके, नहीं फैलने देगें शरीर में जहर!

0
3320

नई दिल्ली: मधुमक्खी का शहद काफी मीठा होता है लोग बड़े चाव से चटकारे लेकर इसे खाते हैं। लेकिन अगर मधुमक्खी काट ले तो हालत खराब हो जाती है। मधुमक्खी के डंक मारने से उस जगह पर सूजन तो आ ही जाती है साथ ही काफी तेज दर्द भी शुरु हो जाता है। कई बार तो मधुमक्खी के डंक के बाद लोगों को बुखार भी हो जाता है। मधुमक्खियों के डंक में जहर होता है, जिससे शरीर में संक्रमण हो जाता है और लोगों की परेशानियां बढ़ जाती है।

आपको बता दें, मधुमक्खियों के डंक का असर या तो कुछ घंटे या फिर एक से दो दिनों तक रहता है। मधुमक्खियां लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि अपनी आत्मरक्षा में डंक मारती हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देने जा रहे हैं, जिसे अपनाकर आप मधुमक्खियों के डंक से राहत पा सकते हैं।

सबसे पहले मधुमक्खी की डंक को जितना जल्दी हो सके निकाल लें। डंक जितनी जल्दी निकलेगा जहर का असर उतना ही कम होगा।
डंक निकालने के बाद उस जगह को किसी एंटीसेप्टिक साबुन से साफ कर लें और उसके बाद प्रभावित जगह को पोंछकर एंटीसेप्टिक क्रीम लगा लें।
डंक वाली जगह पर बर्फ लगाए। ठंड की वजह से विषाक्त पदार्थ ज्यादा नहीं फैल पाता है। साथ ही यह दर्द कम करने में भी सहायक होता है।
प्रभावित जगह पर सिरका का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे दर्द में राहत के साथ-साथ डंक से होने वाली सूजन और खुजली से भी राहत मिल सकती है।
इस मामले में बेकिंग सोडा का इस्तेमाल भी फायदेमंद होता है। यह जहर के असर को कम करने में भी मददगार हो सकता है। प्रभावित जगह पर बेकिंग सोडा लगाने से दर्द, खुजली और सूजन में राहत मिलेगी।

BEGLOBAL

मधुमक्खी के काटने पर टूथपेस्ट का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। यह प्रभावित जगह पर लगाने से जहर के अम्लीय प्रभाव को कम करता है। इससे दर्द और सूजन में भी राहत मिलती है।
इसके अलावा मधुमक्खी के काटने पर प्रभावित जगह पर मधुमक्खी के शहद का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। यह जहर को फैलने से रोकता है और संक्रमण को बढ़ने नहीं देता।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here