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शनिवार, नवम्बर 23, 2024
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क्या मृतक व्यक्ति के फिंगरप्रिंट से अनलॉक हो सकता है स्मार्टफोन फोन ?, जानिए इस सवाल का जवाब!

नई दिल्ली: आजकल स्मार्टफोन हम सभी के लिए सबसे बड़ी जरूरत बन चुका है, हमारे प्रोफेशनल कामों से लेकर पर्सनल लाइफ तक सब हमारे स्मार्टफोन में मौजूद है। जिसे हम हर किसी को दिखाना नहीं चाहते।

इसलिए अपनी प्राइवेसी को बनाये रखने के लिए लोग फोन में पासवर्ड का उपयोग करते हैं।

वहीं आजकल सुरक्षा के लिए फोन में फ्रिंगरप्रिंट लॉक भी दिया जाता है, जिसके जरिए लोग अपने फ्रिंगरप्रिंट की मदद से एक सेकेंड में फोन खोल सकते है।

फ्रिंगरप्रिंट की मदद से सिर्फ वहीं व्यक्ति फोन को अनलॉक कर सकता है, जिसका फ्रिंगरप्रिंट उस स्मार्टफोन में लगा हों।

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लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाए, तो क्या मृत व्यक्ति के फ्रिंगरप्रिंट से उसका फोन खोला जा सकता है?

आइए आपको बताते हैं, किसी भी व्यक्ति की पहचान के लिए फिंगरप्रिंट्स काफी मददगार होते हैं। आधार-पार्सपोर्ट जैसे डॉक्यूमेंट के लिए हम अपनी उंगलियों के फ्रिंगरप्रिंट देते हैं। लेकिन आपको ये भी बता दें कि मरने के बाद ये फ्रिंगरप्रिंट बदल जाते हैं। जब किसी शख्स की मृत्यु हो जाती है, तो उसके फ्रिंगरप्रिंट में भी बदलाव होते है। ऐसा इसलिए क्योंकि मौत के ठीक बाद शरीर में मौजूद इलेक्ट्रिकल चार्ज खत्म हो जाता है।
साथ ही कोशिकाएं भी काम करना बंद कर देती हैं। इसके अलावा मृत्यु हो जाने के बाद शरीर जकड़ जाता है।

मृतक व्यक्ति की उंगलियां भी बाकी अंगों की तरह जकड़ जाते हैं। कई बार किसी मृतक व्यक्ति के फिंगरप्रिंट की जरूरत पड़ती है, तो वैज्ञानिकों ने इसके लिए उपकरण बनाए है, जिसकी मदद से ही सटीक फ्रिंगरप्रिंट लिए जा सकते है।

वहीं ये बात भी एकदम सही है कि मृतक और जिंदा व्यक्ति के फिंगरप्रिंट में काफी बदलाव हो जाता है और केवल डॉक्टर, फॉरेंसिक एक्सपर्ट ही लगा सकते है।

वहीं अगर हम स्मार्टफोन में लगने वाले फ्रिंगरप्रिंट की बात करें, तो व्यक्ति की मौत के बाद उसके फ्रिंगरप्रिंट से फोन अनलॉक नहीं हो सकता।

मोबाइल फोन में जो फिंगरप्रिंट सेंसर मौजूद होता है, वो इस बात का अंदाजा लगाने में लगा लेते हैं कि जिस व्यक्ति का फ्रिंगरप्रिंट पर उस पर लगा है वो जिंदा है या मृत। फोन के सेंसर भी उंगलियों में दौड़ने वाली इलेक्ट्रिक कंडक्टेन्स के आधार पर ही काम करती है। क्योंकि मौत के बाद इलेक्ट्रिक चार्ज खत्म हो जाता है, इसलिए फोन के सेंसर फिंगरप्रिंट की पहचान नहीं कर पाते। ऐसे में मृतक व्यक्ति के फोन को फिंगरप्रिंट से अनलॉक कर पाना संभव नहीं है।

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