आज के समय में शेयर मार्केट की तरफ लोगों का रूझान काफी बढ़ गया है और हर 4 लोगों में दूसरा व्यक्ति शेयर बाजार में अपना पैसा निवेश कर रहा है। हालांकि शेयर बाजार स्थायी इन्वेस्टमेंट नहीं है और यहां अगर एक को फायदा होता है तो दूसरे को नुकसान जरूर होता है।
क्योंकि हर एक कंपनी के शेयर का प्राइज मार्केट के अनुसार बढ़ता और घटता रहता है। अब अगर LIC की ही बात कर लें तो LIC के शेयर में लगातार भारी गिरावट देखी जा रही है। इसी के बीच लोगों को यह आस थी कि शायद यह सोमवार उनके लिए खुशखबरी लेकर आए।
लेकिन इस सोमवार भी निराशा ही छायी रही क्योंकि एक बार फिर LIC के शेयर ऑल टाइम लो “all time low” पर पहुंच गया। अभी एंकर निवेशकों का 30 दिन का लॉक-इन पीरियड खत्म ही हुआ था कि LIC के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल गई।
क्या होता है लॉक-इन पीरियड ?
अब आपके मन में आ रहा होगा कि आखिर लॉक-इन पीरियड क्या होता है, तो चलिए आपको बताते है। दरअसल, जब कोई व्यक्ति एक शेयर खरीदता है तो उसे एक लॉक-इन पीरियड दिया जाता है जो कि करीब 30 दिनों का होता है और इस लॉक-इन पीरियड को पूरा करने के बाद ही निवेशक अपना शेयर ओपन मार्केट में प्रोफिट के साथ बेच सकता है।
LIC निवेशकों को कितना हुआ नुकसान ?
अगर बात करें LIC निवेशकों की तो एंकर निवेशकों के द्वारा एलआईसी के आईपीओ में करीब 6 करोड़ शेयर खरीदे गए थे लेकिन उनका लॉक-इन पीरियड खत्म होने तक निवेशकों को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
बताया जा रहा है कि सोमवार की गिरावट के बाद अब तक निवेशकों को 4.50 फीसदी का नुकसान हुआ है। जो कि इश्यू प्राइस से करीब 28 फीसदी तक की गिरावट है। LIC का इश्यू प्राइस 949 रुपये था जिसमें निवेशकों को हर एक शेयर पर करीब 275 रुपये का घाटा हुआ है।
इन लोगों को भी हुआ नुकसान ?
बता दें कि LIC शेयर की गिरावट से केवल निवेशकों को ही नहीं बल्कि पॉलिसीहोल्डर्स और रिटेलर्स को भी इसका झटका मिला है। आप गिरावट का अंदाजा इस बात से भी लगा सकते है कि जब एलआईसी का शेयर लिस्ट हुआ था तो कंपनी का मार्केट कैप 6 लाख करोड़ रुपये था जो कि अब घटकर 4.27 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है। यानी कि अब तक निवेशकों को 1.7 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है। लेकिन इससे LIC को खास नुकसान नहीं हुआ है क्योंकि अभी भी LIC देश की सातवीं सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है।
अगर आप शेयर बेचने की सोच रहें है तो एक बार यह भी पढ़े ?
इस भारी गिरावट के साथ कई निवेशक अपने शेयर को बेचने का विचार कर रहे है लेकिन अगर Emkay Global की माने तो उनका कहना है कि LIC कोई छोटा हाथी नहीं है जिसे मरा हुआ मान लिया जाए। बल्कि निवेशकों को अभी शेयर होल्ड करना चाहिए।
क्योंकि LIC की सबसे बड़ी ताकत उसके 13 लाख एजेंट्स का नेटवर्क है और कभी भी LIC के शेयर में तेजी हो सकती है। इसीलिए अभी निवेशकों को इंतजार करना चाहिए।
वहीं Sana Securities के फाउंडर और सीईओ रजत शर्मा का कहना है कि LIC के शेयर में 10 फीसदी की गिरावट दिख रही है और हो सकता है कि भविष्य में निवेशकों को 5 से 10 फीसदी की तेजी भी देखने को मिले लेकिन LIC में इससे ज्यादा ग्रोथ नहीं देखी जा सकती।
उन्होंने कहा कि, हमें उस कंपनी पर पैसा लगाना चाहिए जो कि हमें दोगुना, तिगुना या फिर कई गुना फायदा दें लेकिन LIC के साथ ऐसा नहीं है। यह पूरी तरह मैच्योर्ड बिजनस है। इसीलिए LIC के शेयर खरीदने या होल्ड करने का कोई तुक नहीं बनता।
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