जाने-माने सिंगर केके बीते मंगलवार यानी 31 मई को इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए। बताया जा रहा है कि वह कोलकाता के विवेकानंद कालेज में लाइव परफॉरमेंस दे रहे थे।
इस दौरान उन्हें अचानक हार्ट अटैक आया और वह गिर गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उनके निधन का समाचार आने के बाद पीएम मोदी समेत कई लोगों ने शोक व्यक्त किया। बता दें कि उनके फैंस अभी भी सदमे में है।
दिल्ली से ही उन्होंने अपनी पढ़ाई को पूरा किया ?
बता दें कि कृष्णकुमार कुन्नथ यानी कि केके दिल्ली के रहने वाले थे और उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन को पूरा किया था।
Advertisement
वह बताते थे कि उन्हें बचपन से ही प्रसिद्ध गायक किशोर कुमार और संगीतकार आरडी बर्मन को सुनना काफी पसंद था। वहीं से उन्होंने ठाना था कि वह आगे चलकर सिंगर बनेंगे। लेकिन शायद किसी ने सोचा नहीं होगा कि वह अपनी अंतिम सांस भी संगीत से जुड़े हुए ही लेंगे।
सिंगर बनने से पहले केके करते थे यह काम ?
संगीतकार बनने से पहले केके ने एक सेल्समेन के रूप में भी नौकरी की थी लेकिन इस दौरान वह केवल 8 महीनों में ही जान गए कि यह काम उनके लिए नहीं बना। इसके बाद उन्होंने खूब मेहनत की और साल 1994 में वह अपने सपने को सच करने के लिए मुंबई पहुंचे।
यहां उन्हें मिला सिंगर शिबानी कश्यप का साथ और दोनों ने एक साथ जिंगल्स गाना शुरू कर दिया। उनके संगीत के प्रति प्रेम को देखते हुए। उनके परिवार ने भी कभी उन पर रोक नहीं लगाई।
बता दें कि अब तक वह हिंदी, गुजराती, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मराठी, बंगाली और मलयालम समेत कई गानों में अपनी आवाज दे चुके है।
केके करीब 3 हजार जिंगल्स गा चुके थे ?
केके आज भले ही हमारे बीच में नहीं रहे लेकिन वह अब तक 3 हजार से भी ज्यादा जिंगल्स गा चुके है। इस दौरान उन्हें साल 1999 में संजय लीला भंसाली की फिल्म हम दिल दे चुके सनम का गाना ‘तड़प-तड़प’ गाने का मौका मिला था।
इस गाने के बाद ही उन्हें पूरे देश में पहली बार पहचान मिली। इसके बाद उसी साल उनका एक एल्बम भी रिलीज हुआ जिसका एक गाना ‘याद आएंगे वो पल’ काफी हिट रहा।
यह गाना इतना प्रसिद्ध हुआ कि उस समय के युवाओं की जुबान पर यही गाना हुआ करता था और आज भी जब स्कूल और कॉलेजों में बच्चों की बिदाई होती है तो उनके साथी यही गाना गाकर अपने साथियों को विदाई देते है।
ये भी पढ़े – मशहूर गायक (Singer) केके (KK)कृष्णकुमार कुनाथ का 53 साल की उम्र में हुआ निधन