तृणमूल कांग्रेस के नेता बहादुर शेख की हत्या के बाद भीड़ ने घरों में आग लगा दी जिससे पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट इलाके में दो बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो गई। पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज मालवीय के अनुसार इस मामले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सोमवार की रात बहादुर शेख की हत्या के एक घंटे बाद आसपास के 7-8 घरों में आग लग गई। मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने बीरभूम में हिंसा के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग की है। उनका कहना है कि “पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति गंभीर है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में पिछले एक सप्ताह में 26 हत्याएं हुई हैं। केंद्र को हस्तक्षेप करना चाहिए और बंगाल में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अनुच्छेद 356 (राष्ट्रपति शासन) या अनुच्छेद 355 का उपयोग करना चाहिए। पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है।
वहीं इस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है। पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। उन्होनें अपराध के अपराधियों के खिलाफ उनके हस्तक्षेप और कार्रवाई की मांग के बाद यह कदम उठाया है। प्रतिनिधिमंडल में सुकांत मजूमदार, दिलीप घोष, लॉकेट चटर्जी, जगन्नाथ सरकार, राजू बिस्ता, अर्जुन सिंह और अन्य शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने मामले को लेकर शाह को एक पत्र भी सौंपा है। सुकांत मजूमदार ने कहा, “ममता बनर्जी को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। वह मुख्यमंत्री हैं। उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।”
आपको बता दें कि एक जले हुए घर से सात जले हुए शव बरामद किए गए है, जबकि एक घायल व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई है। भाजपा सांसदों के नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री को दिए एक ज्ञापन में आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा बेरोकटोक जारी है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गयी है।
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