उत्तर प्रदेश में चुनावी मौसम जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे यूपी की राजनीति में गर्मी बढ़ने लगी है और इसका असर भी साफ-साफ देखा जा सकता है, चुनाव भले ही अगले साल है लेकिन बहुजन समाज पार्टी (BSP) को चुनाव का पहला झटका लग गया है।
दरअसल, चुनाव से पहले ही BSP के बागी 6 विधायकों ने मायावती का साथ छोड़कर अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। इतना ही नहीं इस झटके का थोड़ा असर भाजपा को भी लगा है क्योंकि भाजपा के सीतापुर सदर विधानसभा से विधायक राकेश राठौर भी अब कमल को छोड़कर सपा की साईकल पर सवार हो गए है। इन सातों विधायकों को खुद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलाई।
बता दें कि, बसपा के निष्कासित छह विधायक हरगोविंद भार्गव, मुजतबा सिद्दीकी, हाकिम लाल बिंद, असलम राइनी, सुषमा पटेल, असलम चौधरी और सीतापुर सदर से भाजपा विधायक राकेश राठौर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। सपा में शामिल हुए बीएसपी और भाजपा के बागी विधायकों का अखिलेश यादव ने स्वयं स्वागत किया। वैसे BSP इस बात को पहले से ही जानती थी कि उनके के बागी विधायक सपा में शामिल होंगे।
इस दौरान अखिलेश यादव योगी सरकार पर तंज कसते हुए भी नजर आए उन्होंने कहा कि, ‘सरकार में बैठे माननीय से निवेदन है कि दिवाली का त्योहार आ गया है, अपने घर की सफाई अच्छे से करवा दें। जिससे कि धुंए के निशान मिट जाएं और बाकी सब कुछ हटवा लें ताकि आने वाली सरकार को वहां कुछ न मिले।’
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इसके अलावा भाजपा को छोड़कर सपा में शामिल होने वाले राकेश राठौर को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘हो सकता है कि मुख्यमंत्री को अपना नारा बदलना पड़े। मेरा परिवार भाजपा परिवार की जगह हो सकता है कि वह कर दें कि मेरा परिवार भागता परिवार। बहुत लोग आना चाहते हैं, अपने-अपने गोल के साथ। जन आक्रोश इतना है कि आने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का सफाया होगा।’