भारतीय क्रिकेट इतिहास में 25 जून 1983 की वो तारीख बेहद खास है। जब कपिल देव की कप्तानी में भारत पहली बार विश्व चैंपियन बना था। इस ऐतिहासिक जीत सभी क्रिकेटर्स ने कई किस्से भी साझा किए हैं। एक किस्सा मोहिंदर अमरनाथ से जुड़ा भी है। 24 सितंबर को जन्में मोहिंदर अमरनाथ विश्व कप फाइनल के मैन ऑफ द मैच रहे थे।
उनको सब जिमी कहकर बुलाते थे। एक बार उन्होंने एक किस्सा बताया था। जब उनसे पूछा गया आप खेलने जाते थे, तो आपकी जेब में लाल रुमाल क्यों रहता था। मोहिंदर अमरनाथ ने बताया, हम जितने भी क्रिकेटर होते हैं, सूपर्स्टिशेयिस हैं। कोई न कोई कुछ अलग करता है।
दरअसल, उनके पिता लाल अमरनाथ अपने समय के बहुत बड़े खिलाड़ी थे। लेकिन उन्होंने कभी अपने पिता को खेलते हुए नहीं देखा था। बस उनके बारे में सुना था। जब वह खेलते थे तो वह लाल रुमाल रखा करते थे। मोहिंदर अमरनाथ का यह सपना था कि, वो अपने पिता की तरह बने।
तो उन्हें कुछ ऐसी चीज चाहिए थी जो उनकी मदद कर सके, ऐसे में जब उन्होंने खेलना शुरू किया तो वह लाल रुमाल रखना शुरू कर दिया।
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अमरनाथ ने बताया, एक बार टेस्ट मैच के दौरान वेस्टइंडीज में माइकल होल्डिंग ने कहा था कि इसका लाल रुमाल चोरी कर लो, तो शायद यह फेल हो जाएगा। वो अपने इस लाल रुमाल को बहुत लकी कलर मानते हैं। जब भी वो किसी स्पेशल मौके पर जाते हैं, तो अपना लाल रुमाल लेकर जाते हैं।
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